L19 DESK : झारखंड को आने वाले दो सालों में दो फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट से 750 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन करेगा। इसकी प्रक्रिया शुरु हो गयी है। गेतलसूद डैम में 150 मेगावाट के फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट के लिए निविदा भी जारी कर दिया गया। 27 जुलाई को निविदा खुलेगी। अब तक जीएट, स्टर्लिंग विल्सन, भेल, एलएंडटी, टाटा पावर सोलर व अल्फनार ने इस प्लांट को लगाने में रुचि दिखायी है। 27 जुलाई को इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। वहीं, चांडिल डैम में भी 600 मेगावाट फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट बनाया जाएगा।
वहीं चांडिल डैम में 600 मेगावाट के फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट का निर्माण पीपीपी मोड में जेरेडा द्वारा किया जा रहा है। स्थल चयन के लिए बेंगलुरु की कंपनी ने गुरुवार से सर्वे करना शुरु कर दिया है। बताया गया कि दोनों प्लांट के निर्माण में लगभग दो साल का समय लगेगा। इसके बाद दोनों प्लांट से 750 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी। बता दे कि झारखंड बिजली वितरण निगम द्वारा रांची के सिकिदरी स्थित गेतलसूद डैम में वर्ल्ड बैंक की सहायता से 800 करोड़ की लागत से फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट का फैसला लिया जाएगा।
इसके लिए झारखंड बिजली वितरण निगम और सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) के बीच करार भी हुआ है। सेकी द्वारा ही निविदा निकाली गयी है। बता दे की जेबीवीएनएल द्वारा गेतलसूद में बनने वाले सोलर पावर प्लांट की बिजली किस दर में बिकेगी, इसकी टैरिफ का प्रस्ताव झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग को भेज दिया गया है। आयोग के पास 3.50 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली बेचने का प्रस्ताव दिया गया है।