L19/Dhanbad : इस साल बारिश का स्तर कम होने के कारण किसानों को इसकी मार झेलनी पड़ी। न ही सावन महीने में बारिश ढंग से हुई, न ही भादो में इसका कोई जोर रहा। इससे किसान बहुत परेशान हैं। बताया जा रहा है कि धनबाद में धान की रोपनी मात्र 16 प्रतिशत ही हो सकी। राज्य सरकार के निर्देश पर 30 सितंबर को अंतिम रिपोर्ट जिला कृषि विभाग ने मुख्यालय को भेजा। कृषि विभाग ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि धनबाद में खरीफ फसलों की रोपाई न के बराबर ही हो पायी है, जिसे देखते हुए जिले को सूखाग्रस्त घोषित किया जा सकता है।
धनबाद में कम बारिश का प्रभाव खेत से लेकर नदी तालाबों तक भी पड़ा है। जिले में 43 हजार हेक्टेयर जमीन पर धान की खेती होती है। इसमें से केवल 7142 हेक्टेयर जमीन पर ही रोपनी हो पायी है, जो लक्ष्य का मात्र 16.6 प्रतिशत ही है। इतनी कम बारिश से जिले में सूखे की स्थिति हो गई है। किसानों को अपनी रोजी रोटी की चिंता सती रही है। वहीं, खरीफ फसलों में किसान मक्के की भी खेती धनबाद में करते हैं। धनबाद में मात्र 31 प्रतिशत ही मक्के की खेती हुई है। मड़ुआ की रोपनी 13 प्रतिशत हुई है। वहीं, मोटे अनाज की रोपनी भी मात्र 10 प्रतिशत हुई है। ऐसे में धान की वैकल्पिक फसलों की रोपनी भी सामान्य से काफी कम है।