L19/Ranchi : एक करोड़ से अधिक ठगी करने वाले दो साइबर अपराधियों को सीआईडी ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार साइबर अपराधी बिहार के अररिया का रहने वाला जितेंद्र कुमार और भागलपुर का निवासी हर्षवर्धन चौबे है। सीआईडी की टीम ने अपराधियों के पास से दो मोबाइल, तीन सिम कार्ड, चार आधार कार्ड और 11 एटीएम कार्ड बरामद किया है। साइबर सेल थाना में रांची के रहने वाले विनय मिश्रा और शिल्पी सिंह ने मामला दर्ज कराया था।
कैसे दिया गया था ठगी को अंजाम?
दर्ज शिकायत में कहा गया था कि इनके टेलीग्राम पर इंटरनेशनल वर्चुअल नंबर के माध्यम से संपर्क किया गया। जिसमें उन्हें यूट्यूब पर वीडियो लाइक करके पार्ट टाइम जॉब करने का काम दिया गया। इसके बाद उन्हें एक अन्य टेलीग्राम प्रोफाइल से संपर्क कर यूआरएल पर रजिस्टर कर वीडियो लाइक करने का काम दिया गया था। इस यूआरएल के माध्यम से दिए गए टास्क को करने के लिए इन्हें विभिन्न बैंक खाताओं में पैसे डालने को बोला गया। शुरू में झांसे में लेने के लिए इनके अकाउंट में कुछ पैसे डाले गये। लेकिन बाद में पैसे डालना बंद कर दिया गया और इस तरह से इनके साथ कुल 84.32 लाख रूपये की साइबर ठगी कर ली गयी।
इसी प्रकार साइबर अपराधियों ने एक अन्य मामलों में सीबीआई का कस्टमर केयर प्रोवाइडर बनकर केवाईसी अपडेट करवाने के नाम पर कुल 20.40 लाख का ठगी कर ली। इन दोनों काण्डों में अनुसंधान के क्रम में संलिप्तता के बिंदु पर अनुसंधान करते हुए 14C गृह मंत्रालय, भारत सरकार और इओयू बिहार पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करते हुए काण्ड में संलिप्त साइबर अपराधकर्मियों का गिरफ्तार किया गया।