L19 DESK : देश भर के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) कल यानी रविवार को ली जाएगी। यह परीक्षा राजधानी रांची में भी होगी। इस परीक्षा के लिए 10 केंद्र बनाए हैं। इस परीक्षा के कॉर्डिनेटर डीपीएस रांची के प्राचार्य डॉ राम सिंह हैं। उनके मुताबिक इस परीक्षा को लेकर तमाम तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। परीक्षा केंद्र पर कड़े जांच की व्यवस्था की गयी है। हर बच्चे की जांच की जाएगी। बच्चों को क्या करना है और क्या नहीं है, इसकी जानकारी स्टूडेंट्स को दे दी गयी है।
इस नीट टेस्ट के जरिए झारखंड के आठ मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन मिलता है। इन सभी मेडिकल कॉलेजों में स्टेट कोटा सीट तय है। इस स्टेट कोटा सीट में केवल झारखंड राज्य के बच्चों का ही एडमिशन होता है। झारखंड के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, डेंटल और होमियोपैथी की पढ़ाई होती है। स्टेट काउंसलिंग के जरिए इन कोर्सेस में एडमिशन लिया जाता है।झारखंड के मेडिकल कॉलेजों के स्टेट कोटा में एडमिशन के लिए नीट के रिजल्ट के बाद स्टेट की ओर से काउंसलिग होती है।इस काउंसलिंग को झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (JCECEB) कंडक्ट करती है। स्टेट के स्टूडेंट्स से JCECEB एप्लीकेशन लेती है। इस एप्लीकेशन के आधार पर स्टेट मेरिट लिस्ट निकाला जाता है। फिर स्टूडेंट्स को रैंक के आधार पर कॉलेज और कोर्स अलॉट किए जाते हैं।
जिसके बाद स्टूडेंट्स संबंधित कॉलेज में जाकर एडमिशन लेता है।
झारखंड के विभिन्न कॉलेजों मे उपलभ्ध सीटों की संख्या- रिम्स रांची 148, एमजीएम जमशेदपुर 83, शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज, धनबाद 41, फूलो-झानों मेडिकल कॉलेज, दुमका 83, मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज, बारीडीह, जमशेदपुर 25, लक्ष्मी चंद्रवंशी मेडिकल कॉलेज, विश्रामपुर, पलामू 100, मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज, पलामू 83, शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज, हजारीबाग 83, डेंटल इंस्टीट्यूट रिम्स, रांची 52, हजारीबाग कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस एंड हॉस्पिटल 85, वनांचल डेंटल कॉलेज, गढ़वा 85, अवध डेंटल कॉलेज, जमशेदपुर 85, राजकीय होमियोपैथिक मेडिकल कॉलेज, परसपानी, गोड्डा 54 तथा आरोग्य होमिपैथिक मेडिकल कॉलेज, झलुआ, गढ़वा 51
झारखंड मेडिकल कॉलेजों में राज्य कोटा के अंतर्गत कोटिवार सीट का बंटवारा किया गया है। इसके तहत जनरल कोटा के विद्यार्थियों के लिए राज्य स्तर के 40% सीटें सुनिश्चित की गयी है। इसके अलावा इडब्ल्यूएस कोटा पर 10%, एससी कोटा पर 10%, एसटी कोटा पर 26%, बीसी-1 पर 8% और बीसी-2 पर 6% सीटें सुनिश्चित की जाती हैं।