L19 Desk : पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के समय हुए खान आवंटन और मनी लाउंड्रिंग घोटाले पर बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय की विशेष कोर्ट में सुनवाई हुई। 3600 करोड़ के मनी लाउंड्रिंग मामले में अभियोजन पक्ष की तरफ से पूर्व आयकर अधिकारी सहित इडी के तत्कालीन उप निदेशक डॉ प्रभाकांत ने गवाही दर्ज करायी। इस पर बचाव पक्ष की तरफ से भी दलीलें पेश की गयी।
इस मामले में लौह अयस्क, कोयला खदान के आवंटन की सिफारिश करने के नाम पर घोटाला करने के आरोप हैं। आरोपियों में पूर्व सीएम मधु कोड़ा के अलावा विनोद सिन्हा, संजय चौधरी, कारोबारी अनिल बस्तावड़े, विनोद सिन्हा के भाई समेत सात आरोपी ट्रायल फेस कर रहे हैं। इनके खिलाफ सितंबर 2012 में इडी की विशेष अदालत की तरफ से आरोप गठित किया जा चुका है।
इडी का आरोप है कि दर्जनों सेल कंपनियां बना कर मनी लाउंड्रिंग की गयी। इसमें दुबई, संयुक्त अरब अमिरात, सिंगापुर के जरिये पैसे हवाला कारोबारियों को भेज कर वापस मंगाये गये। इडी की ओर से दायर मुकदमे में नामजद अभियुक्तों पर अपने पद का दुरुपयोग करने, साजिश रच कर नाजायज तरीके से पैसे कमाने और हवाला के माध्यम से विदेशों में पैसा ले जाने और व्यापार करने की बातें कही गयी है।
पूर्व सीएम मधु कोड़ा पर 17 लाख डॉलर की लागत से एक माइंस खरीदने का आरोप है, वहीं विनोद सिन्हा पर दो सौ करोड़ रुपये की संपत्ति इकट्ठा करने की बातें भी पुष्ट हुई है। विनोद सिन्हा पर 17.5 करोड़ की लागत से शिवराम स्पंज आयरन नामक कंपनी खरीदने का आरोप भी है। इसमें संजय चौधरी के साथ विदेशों में कैम पिच मैन्यूफैक्चरिंग और ब्लू टेक्नो कंपनी खोलने के दस्तावेज भी इडी ने प्रस्तुत किये हैं। हवाला के जरिये कंपनियों में पैसा लगाने के आलावा संजय चौधरी और विनोद सिन्हा ने ट्रांसपोर्ट, पर्यटन की विभिन्न कंपनियां बनायी तथा इंडोनेशिया, दुबई, थाईलैंड और सिंगापुर में निवेश किया।