L19/DESK : झारखण्ड के बिजली कर्मी अपनी 18 सूत्री मांगों को लेकर आगामी 26 सितंबर से भूख हड़ताल पर जाने वाले हैं। इस भूख हड़ताल में राज्यभर के 2000 टेक्निकल और नॉन टेक्निकल कर्मी शामिल होंगे। उक्त जानकारी शुक्रवार को दी। इस संबंध में कमेटी के अध्यक्ष आशीष कुमार ने बताया कि भूख हड़ताल तब तक जारी रहेगी, जबतक उनकी मांगों को प्रबंधन पूरा नहीं करता। भूख हड़ताल के दौरान बिजली के मेंटेनेंस और ऑपरेशन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना जतायी जा रही है।
केंद्रीय कमेटी की ओर से यह भी बताया गया है कि न्यू डेजिगनेशन मैपिंग के तहत कई नए पद सृजित किए गए है, ऐसा पदाधिकारी व कर्मचारियों के सभी संवर्गों के हित को देखते हुए किया गया है। लेकिन, बिजली निगम बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की ओर से लिए गए निर्णय को दरकिनार करते हुए सिर्फ पदाधिकारी को इस आदेश का लाभ दे रहा है, कर्मचारियों पर इसे लागू नहीं किया जा रहा है। इस वजह से कर्मचारियों में काफी निराशा है। कर्मियों को प्रमोशन देने के बजाय डिमोशन करते हुए तृतीय श्रेणी के कर्मियों को चतुर्थ वर्ग में डाला जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने 10 वर्षों से लगातार काम कर रहे अनुबंध कर्मियों को स्थायी करने के मामले में आदेश दिया है। इसके बाद भी कमेटी इस मामले को लटकाए रखे हुए है। जबकि, झारखंड सरकार कई विभागों में कार्यरत ऐसे अनुबंध कर्मियों को स्थायी करने की प्रक्रिया कर रही है।