L19 DESK : मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव रहे राजीव अरुण एक्का से सोमवार 27 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की टीम पूछताछ करेगी । मनी लांउड्रिंग मामले में ईडी की रडार में रहे पावर ब्रोकर विशाल चौधरी के साथ संबंध को लेकर विवादों में आए हैं आइएएस अधिकारी राजीव अरुण एक्का । उन्हें दिन के 11 बजे प्रवर्तन निदेशालय के क्षेत्रीय कार्यालय बुलाया गया है। ईडी ने उन्हें दूसरी बार समन भेज कर हाजिर होने को कहा है। इससे पहले उन्हें 15 मार्च को हाजिर होने को कहा था, तब राजीव अरुण एक्का ने विधानसभा सत्र चलने का हवाला देकर समय मांगा था।
मनी लांउड्रिंग के आरोपी विशाल चौधरी के साथ राजीव अरुण एक्का के संबंध की वीडियो भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सार्वजनिक की थी । वीडियो जारी करते हुए उन्होंने कहा था कि सत्ता के करीबी विशाल चौधरी के घर में बैठकर राजीव अरुण एक्का सरकारी फाइलें निपटाते हैं। इस वीडियोके जारी करने के बाद भाजपा के नेताओं ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन व ईडी के अधिकारियों से मिलकर वीडियो क्लिप सौंपते हुए जांच करने की मांग रखी थी। ईडी ने भी अपनी जांच में विशाल चौधरी और राजीव अरुण एक्का के बीच गहरे संबंध होने की जानकारी इकट्ठा की थी।
इसी माह के पांच तारीख को भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और गृह सचिव राजीव अरुण एक्का पर गंभीर आरोप लगाये थे । उन्होंने आरोप लगाया कि जिस विशाल चौधरी के घर ईडी ने छापेमारी की थी, उसके निजी कार्यालय में बैठ कर वह सरकार के गृह विभाग की फाइलें निबटा रहे हैं। इस वीडियो में बगल में एक महिला है, जो सचिव राजीव अरुण एक्का को फाइल दिखाने में सहयोग कर रही है। वह महिला विशाल चौधरी की स्टाफ है. वीडियो सार्वजनिक होने के बाद सरकार ने राजीव अरुण एक्का को मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव, गृह कारा सचिव के पद से हटा कर प्रधान सचिव, पंचायती राज बनाया है।
राजीव अरुण एक्का पर लगे आरोपों की जांच के लिए राज्य सरकार ने भी एक सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। झारखंड हाई कोर्ट से सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश विनोद कुमार गुप्ता को जांच का जिम्मा दिया गया है । इस जांच आयोग की रिपोर्ट आने के बाद राज्य सरकार आगे की कोई कार्रवाई करेगी। सरकार ने इस जांच आयोग को छह माह में रिपोर्ट देने को कहा है