- भाजपा के नेताओं को आदिवासी अपने गांवों में घुसने नहीं देंगे, मिट्टी लेने गए थे भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू में तो मुंडाओं ने खदेड़ दिया।
- सपने में भी भाजपा के नेताओं को दिखते हैं सीएम हेमंत सोरेन, बीजेपी और आर एस एस को आदिवासी, पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक से नफरत।
L19 DESK : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आरोपों पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सह प्रवक्ता विनोद पांडेय ने कहा की भाजपा के नेताओं को सपने में भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिखाई पड़ते हैं। सच्चाई यह है कि भाजपा के नेताओं को हेमंत फोबिया हो गया है। पिछले विधानसभा चुनाव में जनता ने इन्हें पूरा सबक सिखाया था।
आगामी चुनावों में तो इनका झारखंड से तो पूरी तरह सफाया ही हो जाएगा। आगे उन्होंने कहा कि इसी बौखलाहट और घबराहट में भाजपा के नेता हमेशा अनर्गल आरोप लगाते चलते हैं। इन्हें झारखंड की चौहद्दी और संस्कृति तक की जानकारी नहीं है। झारखंडियों ने अंग्रेजों को भी मार भगाया था।
विनोद पांडेय ने कहा कि जिन आरोपों को आदरणीय नड्डा जी दोहरा रहे हैं, उसकी तो पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने एसआइटी से जांच तक कराई थी। झूठ कौ सौ बार दोहराने से वह सच नहीं हो जाता। भाजपा और आरएसएस इसी थ्योरी पर काम करती है। इन्हें पच नहीं रहा है कि एक आदिवासी सीएम की कुर्सी पर बैठा है, जो दिन-रात झारखंड और झारखंडियों के लिए काम कर रहा है। भाजपा ने तो अपने दल के आदिवासी नेताओं को भगाकर कर एक बाहरी छत्तीसगढि़या को सीएम बनाकर सत्ता चलाया। झारखंड देश में निचले पायदान पर चला गया।
आगे विनोद पांडेय जी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस को असली चिढ़ आदिवासी से है। वे उन्हें जंगली और वनवासी कहते हैं। भाजपा के नेताओं को आदिवासी अपने गांवों में घुसने नहीं देते। भाजपा के नेता भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू में मिट्टी लेने गए थे तो मुंडाओं ने इन्हें वहां से खदेड़ दिया। भाजपा के नेताओं को अपने भीतर झांककर देखना चाहिए।
हमें अलग झारखंड राज्य भीख या सौगात में नहीं मिली है। झारखंड के लिए आदरणीय दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी के नेतृत्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने लंबा संघर्ष किया। उसी का परिणाम झारखंड है। भाजपा केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से हेमंत सोरेन को रोकना चाहती है, लेकिन उनका मंसूबा कभी सफल होने वाला नहीं है। हेमंत सोरेन गीदड़ भभकी से नहीं डरते।