L19 DESK : दो दिन पहले सरायकेला-खरसांवां के कोलाबीरा ओपी क्षेत्र की सरकारी शराब की दुकान में नकली शराब की बिक्री से संबंधित समाचार कई अखबारों, सोसल मीडिया और अन्य में वायरल हुआ था। इसमें कहा गया था कि जिले में कार्यरत प्लेसमेंट एजेंसी आरके ग्रुप ऑफ कंपनीज के कौशल किशोर, बादल चौधरी, सौरव गुलाटी और अन्य के साथ मारपीट करने की बातें भी सामने आयी थीं। अब मामले में नया मोड़ आया है।
सूत्रों का कहना है कि जिस घर में यह शराब की दुकान चल रही है, वहां पहले से ही नकली शराब और मिलावटी शराब का धंधा चल रहा था। इतना ही नहीं स्थानीय मुखिया और अन्य लोगों की साजिश से आरके ग्रुप के प्रतिनिधियों को बदनाम करने का हौवा खड़ा किया गया। पहले से ही यहां दुकान के स्टॉक में नकली शराब बरामद किया गया था।
जानकारी के अनुसार 29 अक्तूबर को फोर ब्हीलर जिसका नंबर जेएच05बीसी-0017 था पर आरके ग्रुप कंपनी के प्रतिनिधियों ने सूचना मिलने पर मिलावटी शराब की जांच करने दुकान पर पहुंचे थे। यहां पर ग्रामीणों ने उनका घेराव कर लिया। आरके ग्रुप के प्रोजेक्ट हेड गुड्डू यादव ने बताया कि शराब दुकान में पुराने सेल्समैन ही नकली शराब बेच रहे थे। ये सभी लोग वहां जांच करने गये थे। जिले में 130 दुकानों को संचालित किया जा रहा है। कंपनी ने बदलाव शुरू कर दिया है और सरायकेला जिले में 15 दागी सेल्समैन और सेल्स सुपरवाईजरों पर कार्रवाई की है।
इसी तरह चाईबासा जिले में आठ लोगों पर कार्रवाई की गयी है। दागी कर्मियों की सूची तैयार की जा रही है। ओवर रेटिंग, डाइल्यूशन और अन्य तरह की हरकतें रोकनी है। उनके अनुसार चाईबासा में अभी काफी परेशानी है। जानकारी के अनुसार कोल्हान प्रमंडल में उत्पाद अधीक्षक अजय कुमार का काफी खौफ है। इनकी टीम में 50-60 ऐसे शख्स हैं, जो मिलावटी शराब का धंधा, नकली शराब को बढ़ावा देते हैं।
इसकी शिकायत मिलने पर सहायक आयुक्त राकेश कुमार की अधीयक्षता में एक टीम चाईबासा में जांच करने गयी थी। पर जांच दल के रूट-चार्ट की जानकारी इस ग्रुप को मिल गयी। जिस-जिस जगह पर जांच दल गयी, वहां कुछ नहीं मिला। ऐसे में विभाग के ही कुछ कर्मी और अधिकारी प्लेसमेंट एजेंसी के माथे सारा ठीकरा फोड़ रहे हैं और अपने काम को मनमाफिक पूरा कर रहे हैं। मुख्यालय से ऐसे अधिकारियों-कर्मियों पर अंकुश लगाना भी सार्थक नहीं साबित हो रहा है।