बरियातू के बड़गाई मौजा के खाता संख्या 37 की है जमीन
L19/DESK : जिस जमीन की खरीद को लेकर भूमि घोटाला उजागर हुआ और रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन समेत 11 लोग प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में आ गये,उसी जमीन की जमाबंदी भूमि सुधार उप समाहर्ता राजीव कुमार सिंह ने रद्द करने का निर्देश दिया है। रांची के बड़गाईं अंचल के गाड़ी मौजा की खाता संख्या 37 की एक एकड़ जमीन की खरीदारी न्यूक्लियस मॉल के मालिक विष्णु अग्रवाल ने पुनीत भार्गव से की थी। उसकी जमाबंदी रद्द करने का आदेश रांची के एलआरडीसी ने दिया है। कारोबारी विष्णु अग्रवाल द्वारा खरीदी गयी जमीन की बड़गाईं अंचल के वर्तमान अंचल अधिकारी मनोज कुमार ने जमाबंदी कायम कर दी थी।
इससे पहले इसी जमीन की जमाबंदी तत्कालीन अंचल अधिकारी शैलेश कुमार ने की थी। बड़गाईं अंचल द्वारा विष्णु अग्रवाल के नाम पर जमाबंदी कायम करने के आदेश को एलआरडीसी (भूमि उपसमाहर्ता) के कोर्ट में चुनौती दी गयी थी। जमीन का खतियानी मालिक होने के दावा करनेवाले उमेश गोप ने जमाबंदी खारिज करने की अपील की थी। खाता संख्या 37 की 60 कट्ठा जमीन पर अपना दावा करने वाले सभी पक्षों ने अपने कागजात एलआडीसी के समक्ष पेश किए थे। करीब एक वर्ष से ज्यादा समय तक यह मामला एलआरडीसी कोर्ट में चला। सभी पक्षों को सुनने के बाद अब एलआरडीसी कोर्ट ने विष्णु अग्रवाल के नाम चल रही जमाबंदी को रद्द करने का आदेश दिया है।
आदेश की प्रतिलिपि बड़गाईं अंचल अधिकारी को भी भेज दी गयी है। यह जमीन बरियातू के चेशायर होम रोड में है। इस जमीन की डीलिंग में फरजी कागजातों का इस्तेमाल किया गया था। डील में पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश के करीबी पुनीत भार्गव ने विष्णु अग्रवाल से की थी। जमीन की खरीद-बिक्री होने से बाद इस जमीन के तीन दावेदार सामने आ गये। पहले दावेदार उमेश गोप हैं, जो खुद को इस भूमि का असली मालिक बता रहे हैं। दूसरे दावेदार लखन सिंह हैं, जिनके पिता काली राम सिंह हैं. लखन सिंह के नाम से बने दस्तावेज कोलकाता के रिकॉर्ड रूम में मौजूद हैं, जो संदेहास्पद हैं। तीसरे दावेदार राजेश राय हैं, जिनके पिता जगदीश राय हैं। पुनीत भार्गव ने इनसे ही जमीन की रजिस्ट्री करायी थी। पुनीत भार्गव ने जमीन खरीदने के बाद विष्णु अग्रवाल ने नाम से रजिस्ट्री कर दी थी। इडी चेशायर होम रोड के खाता नंबर 37 के भूमि घोटाले की जांच कर रही है। इडी ने इस भूखंड को अटैच करने को लेकर कोर्ट में भी आवेदन दिया है। जांच के क्रम में ईडी ने व्यवसायी विष्णु अग्रवाल, रांची के तत्कालीन उपायुक्त छवि रंजन सहित आधा दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और चार्जशीट भी फाइल की है।