L19 DESK : एसीबी की टीम ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए दुमका के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता संजय कुमार को अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित बसंत विहार कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के बाद एसीबी की टीम संजय कुमार को धनबाद ले गयी और उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। बता दें कि संजय कुमार दुमका में पदस्थापित है, वह अपने घर रांची आये थे। एसीबी की टीम ने कार्रवाई करते हुए उन्हें रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित बसंत विहार कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया। इनके खिलाफ धनबाद एसीबी में 2/18 प्राथमिकी दर्ज है।
क्या है मामला ?
धनबाद के गोविंदपुर और निरसा प्रखंड की पंचायतों में वित्त वर्ष 2011-12, 2012-13 और 2013-14 में लगाये गये नलकूपों की जांच तकनीकी परीक्षक कोषांग से करायी गयी थी. जांच में करीब दो करोड़ से अधिक राशि का गबन का मामला प्रकाश में आया था। जांच में यह भी पाया गया था कि साधारण चापानल, विशेष मरम्मत चापानल, उच्च प्रवाही नलकूप, फोर्स एंड लिफ्ट एवं स्वजल धारा योजना अंतर्गत कई स्थानों पर निर्माण कार्य नहीं कराया गया। नये चापानल और विशेष मरम्मत चापानल के पास चाताल और नाला के अलावा शॉकपिट का निर्माण भी ठेकेदारों ने नहीं किया था। लेकिन अभियंताओं की मिलीभगत से बिना निर्माण कराये मापी पुस्तिका तैयार कर फाइल बिल तैयार कर ठेकेदारों को राशि का भुगतान कर दिया गया।
जांच में उक्त लोगों की भूमिका सामने आने पर एसीबी ने संबंधित लोगों के खिलाफ विभाग से प्राथमिकी दर्ज कराने की अनुमति मांगी थी। मंत्रिमंडल निगरानी विभाग से अनुमति मिलने के बाद एसीबी ने यह कार्रवाई की है। नलकूप घोटाला में एसीबी ने 29 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया था। जिनमें 11 इंजीनियर और 18 ठेकेदार शामिल हैं. गोविंदपुर और निरसा प्रखंड की अलग-अलग पंचायतों में नलकूप लगाने में गड़बड़ी की गयी थी।