L19/W.Singhbhum : पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा में नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों का शव रांची लाया गया है। रिम्स अस्पताल में दोनों शवों का आज पोस्टमार्टम किया जाएगा। आपको बता दें कि चाईबासा में देर रात झारखंड जगुआर के 2 जवान शहीद हो गए थे। मृतक शहीद जवान का नाम अमित और गौतम है। बताया जाता है कि कोल्हान जंगल में अभियान से लौटते समय नक्सलियों ने हमला कर दिया था, जिसमें सब इंस्पेक्टर अमित तिवारी और हवलदार गौतम शहीद हो गए थे।
3 दिन पहले ही अमित तिवारी के बेटे का जन्म हुआ था और अभियान से लौटने के बाद वह घर जाने वाले थे। मगर नक्सलियों ने इसी बीच हमला कर दिया, जिसमें वह शहीद हो गए।
भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा के दस्ते ने घटना को अंजाम दिया है। दो दिन पहले सुरक्षाबलों की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई थी, जिसमें मिसिर बेसरा के बंकर का पुलिस ने उदभेदन किया था। जवानों ने विस्फोटक सहित भारी मात्रा में नक्सल सामान बरामद किए गए थे। इसके बाद नक्सलियों ने पुलिस और सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की योजना बनाई थी। नक्सलियों ने जवानों पर उस समय अचानक हमला कर दिया था, जब वे लोग भोजन की तैयारी कर रहे थे। घात लगाए नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें दो जवान शहीद हो गए।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि नक्सल प्रभावित तुम्बाहाका में सीआरपीएफ का नया कैंप स्थापित हुआ है। इस कैंप से कुछ दूरी पर झारखंड जगुआर का भी कैंप है। घटना के वक्त सीआरपीएफ और झारखंड जगुआर के जवान एक कैंप से दूसरे कैंप में खाना भेज रहे थे। जंगल के रास्ते में माओवादी घात लगाए बैठे हुए थे, जैसे ही झारखंड जगुआर के जवान वहां से गुजरे माओवादियों ने फायरिंग कर दी। चाइबासा एसपी ने बताया कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन माकपा माओवादी के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, रमेश उर्फ अनल, अजय महतो, अनमोल, मोछु, चमन, कांडे, सागेन अंगरिया और अश्विन अपने दस्ता सदस्यों के साथ कोल्हान क्षेत्र में भ्रमणशील हैं।