L19/DESK : केंद्रीय मनश्चिकित्सा संस्थान (सीआईपी) के निदेशक के पद से डॉ वासुदेव दास को हटाकर उनकी जगह डॉ तरुण कुमार को डायरेक्टर बनाये जाने का विरोध शुरू हो गया है। इंडियन साइकेट्रिक सोसाइटी ने अपना तीखा विरोध किया है। सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ विनय कुमार तथा महासचिव डॉ अरविंद ब्रह्मा ने अलग-अलग चिट्ठी लिखकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया से कहा है कि विभाग ने जल्दबाजी में यह कदम उठाया है। दोनों ने कहा है कि डॉ बासुदेव दास को अपना पक्ष रखने का मौका तक नहीं दिया गया।यहां तक कि इसकी कोई वजह भी नहीं बताई गई है।
इस कार्रवाई से सोसाइटी के सदस्यों के साथ-साथ चिकित्सकों और सीआईपी के कर्मियों में रोष है। डॉ दास के नेतृत्व में सीआईपी लगातार प्रगति कर रहा था। डॉ तरुण कुमार, जिन्हें सीआईपी का नया निदेशक नियुक्त किया गया है, वे गैर-विशेषज्ञ चिकित्सा अधिकारी हैं। सोसाइटी की ओर से यह भी कहा गया है कि झारखंड की राजधानी रांची के कांके स्थित सीआईपी देश का पहला संस्थान है, जहां मनोचिकित्सा प्रशिक्षण और अनुसंधान दोनों होते हैं। ऐसे में इस महत्वपूर्ण पद पर किसी गैर-विशेषज्ञ चिकित्सा अधिकारी, जिसकी मनोचिकित्सा में कोई विशेषज्ञता नहीं है। ऐसे में डॉ तरुण कुमार को इस पद पर नियुक्त किया जाना सही नहीं है। सोसाइटी ने मंत्री और स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक से यह भी आग्रह किया है कि इस महत्वपूर्ण संस्थान की बागडोर किसी विशेषज्ञ मनोचिकित्सक को ही सौंपी जानी चाहिए।