L19/HAZARIBAG : उत्तरप्रदेश एसटीएफ ने 50 वर्षीय वेद प्रकाश पांडे को हजारीबाग से गिरफ्तार किया है। गुप्त सूचना के आधार पर लखनऊ की एक एसटीएफ टीम ने झारखंड पुलिस की मदद से हत्यारोपी को हजारीबाग में एक होटल से पकड़ लिया गया। अधिकारी ने यह भी बताया कि वेद प्रकाश पांडे पर 50 हजार रुपये का इनाम था। यूपी पुलिस को पिछले 17 वर्षों से इसकी सरगर्मी से तलाश थी। वह यहां नाम और पहचान छिपाकर रह रहा था।
मिली जानकारी के अनुसार लगभग 50 वर्ष के हो चुके वेद प्रकाश पांडे ने वर्ष 2001 में विवाद के बाद एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। मूलरूप से यूपी के मऊ जिले के रहने वाले वेद प्रकाश को तब कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। बाद में उसे हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। उसे रिहा कर दिया गया। पीड़ित पक्ष ने फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी और वहां वेद प्रकाश की जमानत रद्द कर दी गई। हालांकि, वेद प्रकाश आत्मसमर्पण करने की बजाय वहां से भाग गया। स्पेशल टास्क फोर्स के एक अधिकारी ने बताया कि वेदप्रकाश पांडे ने पूछताछ के दौरान यह कबूल किया है कि इन 17 वर्षों में वह अलग-अलग नाम और पहचान का इस्तेमाल करके गोवा, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और धनबाद में रहा। फिलहाल वह हजारीबाग में रह रहा था जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसे यूपी ले जाया गया है।