L19 DESK : कोयला मंत्रालय और बीसीसीएल झरिया एक्शन प्लान को लेकर गंभीर । आने वाले दो महीने में बीसीसीएल की तरफ से 60 हजार लोगों को पुर्नस्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके पहले जनवरी में भी इस संबध में लक्ष्य निर्धारित किया गया था। लेकिन निमार्ण कार्य पूरा नहीं होने के वजह से इसमें थोड़ा समय लग रहा है । बीसीसीएल प्रबंधन की मानें तो जल्द से जल्द अग्नि प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थान में शिफ्ट करना है ।
एक्शन प्लान की मुताबिक झरिया समेत आस पास के क्षेत्रों में कुल 595 स्थान अग्नि प्रभावित है । लेकिन इनमें से 70 ऐसे इलाके है, जहां लोगों का रहना जोखिम से भरा है । इन क्षेत्रों में घरों और सामुदायिक स्थलों के धंसने की कई मामले आए है । इन इलाकों में बरोरा, कतरास, लोदना, पुटकी बलिहारी, कुसुंडा, सिजुआ और बस्ताकोला के क्षेत्र हैं ।
झरिया मास्टर प्लान के तहत अब तक 6,857 लोगों को ही शिफ्ट किया गया है। जिसमें बीसीसीएल के 15,713 आवास में 4,200, झरिया पनर्वास प्राधिकार के तहत 18,352 आवास में 2,692 अवैध कब्जाधारी को शिफ्ट किया गया । अभी भी बीसीसीएल व झरिया पुनर्वास प्राधिकार के तहत करीब 24,065 आवास का निर्माण होना है । इसमें 70 फीसदी मकान बन चुके हैं ।
दरअसल पिछले दिनों कोयला मंत्रालय ने मामले की जानकारी ली थी। जिसमें मंत्रालय ने झरिया कोल एरिया में पुनर्वास कार्य के प्रति असहमति जतायी है । मंत्रालय ने पुनर्वास योजना की धीमी गति को इसका मुख्य कारण बताया था । साथ ही पीएमओ की हाई लेवल कमेटी भी मामले मॉनिटरिंग कर रहा है । ऐसे में बीसीसीएल की रिपोर्ट, कोयला मंत्रालय के तहत पीएमओ मे भेजी गयी ।
सर्वे रिपोर्ट केंद्रीय कैबिनेट में पेशरू पिछले दिनों कोयला मंत्रालय ने झारिया एक्शन प्लान को लेकर असहमति जताया था । जिसके बाद बीसीसीएल को सर्वे का काम सौंपा गया । बीसीसीएल की तरफ से इस क्षेत्र में सर्वे किया गया है । जिसे पहले ही केंद्रीय कैबिनेट में पेश किया गया है ।
बीसीसीएल प्रबंधन की ओर से बेलगड़िया गांव की 383 एकड़ जमीन शिफ्ट की जायेगी । जमीन झरिया पुनर्वास व विकास प्राधिकार को देने की तैयारी हो रही है । जहां विकास प्राधिकार की तरफ से भवन निमार्ण कर विस्थापितों को बसाया जायेगा । बीसीसीएल निदेशक मंडल से स्वीकृति दिये जाने के बाद बेलगड़िया की जमीन झरिया पुनर्वास व विकास प्राधिकार को शिफ्ट किया जायेगा ।