L19 DESK : विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में झारखंड के राजधानी रांची में दो दिनों (9 और 10 अगस्त) का भव्य व उत्कृष्ट महोत्सव आयोजित किया जायेगा। इसमें झारखंड के अलावा अन्य राज्यों की संस्कृति, संगीत, नृत्य, साहित्य, इतिहास, कला और हुनर का प्रदर्शन किया जाएगा। उनकी आर्थिक व्यवस्था, खेलकूद एवं अन्य विशेषताओं पर भी चर्चा की जाएगी। आयोजन की तैयारी को लेकर गुरुवार को समाहरणाल में उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें कार्यक्रम की रूपरेखा एवं सफल संचालन पर आला अधिकारियों ने विचार-विमर्श किया। पीपीटी के माध्यम से आयोजन स्थल पर पिछले वर्ष के अनुभवों के साथ और बेहतर तैयारी करने पर मंथन किया गया। इवेंट मैनेजर को कई बिंदुओं पर बेहतर व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया।
बैठक में अनुसूचित जाति व जनजाति विभाग के आयुक्त लोकेश मिश्रा, अपर सचिव अजय नाथ झा, टीआरआई के निदेशक रणेंद्र कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी प्रवीण प्रकाश, पंचायती राज पदाधिकारी बीरेंद्र चौबे, कल्याण पदाधिकारी संगीता शरण एवं अन्य मौजूद थे। विभागीय सचिव ने आदिवासी कल्याण आयुक्त के कार्यालय और राम दयाल मुंडा शोध संस्थान को पूरे कार्यक्रम का खाका तैयार करने का निर्देश दिया है। आयोजन में रांची के उपायुक्त को भी भूमिका निभानी है। आदिवासी कल्याण आयुक्त चयनित इवेंट मैनेजर के माध्यम से पूरे कार्यक्रम का रूपरेखा तैयार करेंगे।
दो दिनों के महोत्सव में जनजातीय इतिहास, जनजातीय साहित्य-दर्शन और जनजातीय अर्थव्यवस्था पर सेमिनार, पैनल इस्कसन, वर्कशॉप और फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया जायेगा। टीआरआइ ने इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी है। इसमें देश के नामचीन विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। खेल-कूद प्रतियोगिताएं भी महोत्सव का आकर्षण होंगी। फुटबॉल और हॉकी सहित दूसरे खेलों की अंतरराज्यीय प्रतियोगिताएं होंगी। वहीं, जिला व प्रखंड स्तर पर प्रतियोगिता के माध्यम से चयनित टीमों की राज्यस्तरीय प्रतियोगिता रांची में होगी। इस जनजातीय महोत्सव में झारखंड के पर्यटन की झलक भी दिखेगी।