दीपक
L19 DESK : राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व विधान पार्षद और पार्टी सुप्रीमो के करीबी माने जानेवाले सुबोध राय की फैक्टरी से उत्पाद विभाग की छापेमारी में अवैध शराब ट्रेडिंग और बिहार में गलत दस्तावेजों के जरिये अंगरेजी शराब भेजने का मामला सामने आया है । उत्पाद विभाग की छापेमारी रविवार रात से ही जारी है । सोमवार को भी उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त राम लीला रवानी के नेतृत्व में शिकायतों की जांच-पड़ताल की जा रही है । पूर्व एमएलसी का ओरमांझी में तरंगिनी बॉटलर्स नामक अंगरेजी शराब ब्लेंडिंग यूनिट है. यहां पर रेडीको खेतान कंपनी का 8 पीएम ह्वीस्की, मैजिक मोमेंट्स वोदका अन्य ब्रांडों के शराब की बॉटलिंग और ब्लेंडिंग की जाती है ।
जानकारी के अनुसार उत्पाद विभाग ने बीती रात की गयी छापेमारी में 150 से अधिक पेटी नकली शराब जब्त किया है । शराब की खेप पिक अप वैन के जरिये बिहार भेजने की तैयारी की जा रही थी । पिक अप वैन में आलू की बोरी रखी गयी थी. इसमें ही शराब की बॉटलें भी रखी गयी थीं । चुंकी राज्य में झारखंड मुक्ति मोरचा की सरकार है, जिसमें कांग्रेस और राजद भी सहयोगी दल हैं ।
कल की छापेमारी को लेकर राजनीतिक महकमे में काफी बावेला मचा है। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर कहा है कि राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने और राजद सुप्रीमो के करीबी रहने की वजह से सुबोध राय की फैक्टरी पर अब तक कार्रवाई नहीं की गयी है । महागंठबंधन की सरकार होने की वजह सुबोध राय को बचाने की पूरी तैयारी चल रही है. हालांकि अभी तक पूरी जानकारी शेयर नहीं की गयी है।
जानकारी के अनुसार रेडिको खेतान कंपनी ने लीज पर प्लांट की जमीन ओरमांझी में ले रखी है. यहां पर सुबोध राय भी रेडिको कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ बैठते हैं । उत्पाद विभाग के एक बड़े अधिकारी को इस प्लांट के जरिये महीने की एक मोटी रकम भेंट में दी जाती है । सूत्रों का कहना है कि झारखंड के 1580 से अधिक रीटेल अंगरेजी शराब की दुकानों में 8 पीएम, मैजिक मोमेंट्स की बिक्री को सबसे अधिक प्राथमिकता दी जाती थी। नये वर्ष 2023 के आगमन से लेकर होली तक 8 पीएम और मैजिक मोमेंट्स की सबसे ज्यादा बिक्री की गयी है।
उधऱ सुबोध राय को इसलिए यहां पर रखा गया है, ताकि झारखंड से बिहार तक के बार्डर तक रेडिको खेतान की गाड़ियों को पकड़ा नहीं जा सके। बिहार तक अवैध तरीके से शराब भेजने के खेल में कई और ह्वाइट कालर्ड लोग भी शामिल है । जो अपने सिंडिकेट के जरिये बिहार में शराबबंदी के बावजूद शराब की खेप आसानी से पहुंचा रहे हैं । सुबोध राय इस खेल के विशेषज्ञ खिलाड़ी रहे हैं, उन्हें रांची जिले के उत्पाद विभाग के बड़े अधिकारी का संरक्षण प्राप्त है, जिसकी वजह से शराब की खेप बिहार समेत अन्य राज्यों में भी भेजी जा रही है ।
इसी प्लांट में पहले एसी ब्लैक नामक ब्रांड का भी निर्माण होता था। बीती रात हुई छापेमारी में एसी ब्लैक के भी बॉटल बरामद किये गये हैं. पूछने पर सहायक आयुक्त राम लीला रवानी ने कहा कि कई शिकायतें थी इस प्लांट को लेकर, जिसका मिलान किया जा रहा है। अभी तक किसी तरह की औपचारिक कार्रवाई नहीं की गयी है। जिस तरह से सुबह से कार्रवाई का सिलसिला चल रहा है, उससे यह लगने लगा है कि सुबोध राय को बचाने में कैसे एक बड़ा महकमा लगा हुआ है। इसलिए सीजर को भी शिथिल कर खानापूर्ति करने की कोशिश की जा रही है।