L19/DESK : झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने झामुमो पार्टी के पद और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। और बीजेपी जॉइन कर लिया है । ये सारी घटना इतनी जल्दी , और बस कुछ ही घंटों के अन्तराल मे हुआ ।
सीता सोरेन ने पहले झामुमो पार्टी से इस्तीफा दिया, फिर उसके कुछ घंटों बाद ही, विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया । इस्तीफा देने के बाद वे सीधा दिल्ली के लिए रवाना हो गई जहा बीजेपी ने सीता सोरेन को अपनी पार्टी मे शामिल कर लिया । और इन सब कि जानकारी बीजेपी ने प्रेस कॉनफेरेंस कर के दिया । बोला जा रहा है कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपाई सोरेन को CM बनाये जाने पर सीता सोरेन ने पार्टी से दूरी बना ली थी। जानकारी के अनुसार, सियासी अनबन के चलते सीता सोरेन ने इस्तीफा दिया है।
सीता सोरेन जामा विधानसभा क्षेत्र से 2009 से लगातार विधायक रही हैं। झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन को लिखे पत्र में सीता सोरेन ने कहा,” मैं सीता सोरेन, झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की केन्द्रीय महासचिव एवं सक्रिय सदस्य वर्तमान विधायक हूं, आपके समक्ष अत्यन्त दुःखी हृदय के साथ अपना इस्तीफा प्रस्तुत कर रहीं हूं।” उन्होंने लिखा,”मेरे स्वर्गीय पति, श्री दुर्गा सोरेन, जो कि झारखण्ड आंदोलन के अग्रणी योद्धा और महान क्रांतिकारी थे, उनके निधन के बाद से ही मैं और मेरा परिवार लगातार उपेक्षा का शिकार रहें है। पार्टी और परिवार के सदस्यों द्वारा हमे अलग-थलग किया गया है, जो कि मेरे लिए अत्यन्त पीड़ादायक रहा है। मैंने उम्मीद की थी कि समय के साथ स्थितियां सुधरेगी, परन्तु दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हुआ झारखण्ड मुक्ति मोर्चा जिसे मेरे स्वर्गीय पति ने अपने त्याग समपर्ण और नेतृत्व क्षमता के बल पर एक महान पार्टी बनाया था आज वह पार्टी नहीं रहीं मुझे यह देख कर गहरा दुःख होता है कि पार्टी अब उन लोगों के हाथों में चली गयी है जिनके दृष्टिकोण और उद्देश्य हमारे मूल्यों और आदर्शों से मेल नहीं खाते।”
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद सियासी संकट के दौरान ही सीता सोरेन अलग-थलग दिखाई दे रही थीं। चंपाई सोरेन को CM बनाए जाने और कैबिनेट में जगह ना मिलने के चलते सीता सोरेन के बागी तेवर सामने आए थे। हेमंत सोरेन पर भी उन्होंने तंज कसा था।