संस्कृत, उर्दू, उड़िया तथा बांग्ला भाषा के उम्मीदवारों को भी मिलेगा मौका
जेएसएससी द्वारा झारखंड प्रशिक्षित प्राथमिक शिक्षक संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा – 2023 का विज्ञापन निकाला गया है। साथ ही इस विज्ञापन में प्रमुख रूप से तीन परिवर्तन किए गए हैं। पहला परिवर्तन भाषा पेपर को लेकर है,दूसरा परिवर्तन इसके नाम को लेकर है और वहीं तीसरा बदलाव आरक्षण से संबंधित है। ज्ञात हो कि जैसे ही नाम में बदलाव हुआ झारखंड प्रारंभिक विद्यालय प्रशिक्षित सहायक को अब आचार्य संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2023 कहा जाएगा।
बता दें कि इस विज्ञापन के लिए आठ अगस्त से ऑनलाइन आवेदन भरा जाएगा,जिसमें नियुक्ति प्रक्रिया में थोड़ा बहुत बदलाव भी किया गया है। यह बदलाव भाषा विषय के छात्रों के लिए किया गया है, जिसमें बताया गया है कि इस नियुक्ति प्रक्रिया में संस्कृत, उर्दू, उड़िया तथा बांग्ला भाषा के उम्मीदवारों को भी मौका मिलेगा। ज्ञात हो जेएसएससी द्वारा यह नियुक्ति 26,001 पदों के लिए हो रहा है। अभ्यर्थी इस परीक्षा के पहले प्रश्नपत्र में मातृभाषा के रूप में पूर्व निर्धारित 11 भाषाओं के अतिरिक्त संस्कृत, उर्दू, उड़िया तथा बांग्ला भाषा में से एक का चयन कर सकते हैं।
अब तक हिंदी, अंग्रेजी, संताली, मुंडारी, हो, खड़िया, कुड़ुख (उरांव), कुरमाली, खोरठा, नागपुरी तथा पंचपरगनिया में से किसी एक विषय चुनने का विकल्प था। इस परिवर्तन के बाद संस्कृत, उर्दू, उड़िया तथा बांग्ला भाषा को भी मौका मिलेगा। यह बदलाव झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के कहने पर दिया है। यह पेपर क्वालिफाइंग होगा। जिसमें 100 में 30 अंक लाना अनिवार्य होगा। इस पेपर के अंक मेरिट लिस्ट में नहीं जुटेंगे।इस नियुक्ति प्रक्रिया में खिलाड़ियों की योग्यता के मानक में बदलाव किया गया है। जिसमें कहा गया है कि खिलाड़ियों के आरक्षण में अब भारतीय ओलिंपिक संघ अथवा उससे संबद्ध फेडरेशनों द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में मेडल की जगह द्वितीय/तृतीय स्थान लाना अनिवार्य होगा। इसी तरह, झारखंड ओलिंपिक संघ अथवा उससे संबद्ध संघों द्वारा आयोजित आधिकारिक राज्य चैंपियनशिप में प्रथम स्थान लाने तथा राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित करने वाले खिलाड़ियों को भी आरक्षण का लाभ मिलेगा।