L19:- होली का त्योहार आ रहा हैं। आकाश में नीले, लाल बादल अठखेलियां और सूरज के साथ लुका-छिपी खेल खेलेंगे । पेड़ों पर नन्हीं कोंपले आ रही हैं और पीले-लाल फूल अपनी खुशबू बिखेर रहे हैं। हर तरफ इंद्रधनुषी रंगों की छटा है और रंगों के इस कोलाज को देखकर मन मोहक हो जाता है।
रंग का महत्व ऊर्जा, उत्साह और उमंग से है। रंगो का त्योहार होली का ख्याल आते ही मस्ती सूझने लगती है। होली नए जोश और जज्बे का संदेश लेकर आती हैं । इस संदेश में अलग-अलग रंग आपको भरपूर मजा लेकर खुलकर जीने का निमंत्रित करते हैं और बताते हैं कि उनकी तरह ही सबमें एक विशेषता बात है।
हर रंग क्या कहता हैं ?
लाल : होली के मौके पर सबसे ज्यादा रंग का उपयोग किया जाता है लाल रंग उल्लास और शुद्धता का प्रतीक होता है। लाल रंग का प्रयोग हर शुभ अवसर पर किया जाता है। दरअसल लाल रंग अग्नि का द्योतक होता है और ऊर्जा, गर्मी और जोश का प्रतिनिधित्व भी करता है, इस लिहाज से होली के दौरान होलिका दहन, मौसम में गर्मी का आगमन, त्योहार मनाने में जोश का संचार तो होता ही है, साथ ही त्योहार के साथ हर वर्ग के लोगों में ऊर्जा का प्रवाह भी होता है, जो उन्हें पूरे वर्ष काम करने को उत्साहित करता है।
पीला : पीला रंग पवित्रता का प्रतीक होता है। होली के दौरान वातावरण में पीले रंग की अधिकता होती है। यह रंग सुनहले रंग के सामान होता है। मिट्टी का रंग भी पीला होता है और इस मौसम में खिलने वाले फूल भी पीले होते हैं। यह रंग समृद्धि और यश को इंगित करता है।
हरा : हरा रंग जीवन का द्योतक है। इसके साथ ही यह प्रकृति का सबसे प्यारा रंग है। होली के दौरान वातावरण में हरे रंग की आभा आने वाली होती है, जो नए जीवन के शुरुआत का संकेत देती है और इस बात की प्रेरणा देती है कि होली का हरा रंग हर व्यक्ति को एक बार फिर अपने नए जीवन के संचार की प्रेरणा देता है।
कला:- कुछ लोगों को होली में काला रंग लगाने में सबसे ज्यादा मजा आता है। काला रंग अंतरिक्ष का प्रतीक होता है। यह रंग प्रभुत्व का भी प्रतीक है क्योंकि सभी रंग अपना अस्तित्व खोकर इसमें समाहित होते हैं।
सफेद : सफेद रंग बच्चों का पसंदीदा रंग होता है। यह सभी रंगों का जनक माना जाता है। प्रकृति के सभी रंगों को एक समान मिलने पर सफेद रंग बनता है। इसलिए इसमें सभी रंगों के गुण मौजूद होते हैं।