L19 DESK : रांची के श्रीराम बियरिंग्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड की 50.33 एकड़ जमीन पर डायमंड इंजीकोन और अपने आप को तथाकथित प्रबंधन कहनेवाले प्रदीप प्रसाद ने बेचना शुरू कर दिया है। इसका हवाला दिल्ली हाईकोर्ट में चल रहे एसबीएल इंडस्ट्रीज लिमिटेड के सीए-683 ऑफ 2020 मामले में दिया गया है। दिल्ली हाईकोर्ट में चल रहे मेडिएशन मामले में इस बात का जिक्र है, जिसमें प्रदीप प्रसाद नामक व्यक्ति और अपने को एसबीएल इंडस्ट्रीज का बड़ा शेयरहोल्डर होने का दावा किया है। जो दस्तावेज दिल्ली हाईकोर्ट में जमा किये गये हैं, उसमें कहा गया है कि डायमंड इंजीकोन प्राइवेट लिमिटेड के नाम से समझौता किया गया था।
डायमंड इंजीकोन प्राइवेट लिमिटेड को श्रीराम बियरिंग्स लिमिटेड (एसबीएल) का खरीददार बताया गया था। इस एवज में डायमंड इंजीकोन को एसबीएल लिमिटेड के रातू मौजा के 15.55 एकड़ भूमि, रातू मौजा के ही और 12.46 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करने की बातें कही गयी थीं। रातू मौजा की जमीन को शिड्यूल ए में रखा गया था, जिसका कुल रकबा 28.01 एकड़ है। इसी तरह शिड्यूल बी में 19.21 एकड़ जमीन का जक्रि समझौते में किया गया है, जो मखमंदरो में है। इसी तरह शिड्यूल सी के तहत मौजा खांटू के 3.11 एकड़ जमीन भी डायमंड इंजीकोन को बेचने की बातें कही गयी थी।
कुल मिला कर इन तीन मौजा में एसबीएल इंडस्ट्रीज का 50.33 एकड़ जमीन का ब्योरा अदालत में दिया गया है। लोकतंत्र 19 की टीम रांची से 23 किलोमीटर दूर मखमंदरो जाकर उस साइट को देखा, जहां जमीन बेची गयी है। अधिकतर बेची गयी जमीन में सोलिंग कर दिया गया है। कहीं-कहीं पर पिलर गाड़ने के लिए गड्ढे खोदे गये हैं। अब तक जो बातें सामने आ रही थी कि प्रबंधन का तथाकथित दावा करनेवाले प्रदीप प्रसाद ने श्रीराम बियरिंग्स लिमिटेड की जमीन को डायमंड इंजीकोन के नाम से बेच दिया। इसके क्रमाण भी अपादत में दिये गये हैं। मखमंदरो श्रीराम बियरिंग्स लिमिटेड के कारखाने से दो किलोमीटर दूर है। सड़क के दाहीने तरफ से अधिकतर जमीन बेच दी गयी है।
एक हिस्से में पाईप रखा हुआ है। यानी 32 इंच व्यासवाले पीएचइडी के पाइप रखने का गोदाम वहां बनाया गया है। इसके अलावा सड़क के किनारे कई व्यावसायिक प्रतिष्ठान बना दिये गये हैं। प्रदीप प्रसाद ने एक और तथाकथित दावेदारों को दिया है भारी भरकम लालच। प्रदीप प्रसाद ने एसबीएल इंडस्ट्रीज के प्रबंधन का दावा करनेवाले अभय कुमार और हाजी गुलजार को भी एक मोटी रकम और कंपनी का रांची के बैंक कालोनी स्थित गेस्ट हाउस दिये जाने का ऑफर दिया है। प्रदीप प्रसाद के एक रिश्तेदार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के ओबीसी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हैं।
इनके जरिये ही प्रदीप प्रसाद ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय के साथ नजदीकी बढ़ायी। इसके बाद प्रदीप प्रसाद, कोलकाता के पीयरलेस कंपनी के मालिक पीसी सेन के साथ कई गुप्त बैठकें की और समझौते किये। इसके बाद यह हवाला दिया कि पीसी सेन जो एसबीएल इंडस्ट्रीज के निदेशक थे, ने उन्हें कंपनी के 70 फीसदी शेयर और जमीन बेचने की इजाजत दे दी थी।