L19 DESK : बोकारो जिला में सेल की इकाई बीएसएल समेत विभिन्न उद्योगों के कारण बोकारो को औद्योगिक नगर कहा जाता है। बोकारो जिला में सेल, कोल इंडिया, डीवीसी, ओएनजीसी पीएसयू की भरमार है। बोकारो में वेदांता इलेक्ट्रोस्टील प्लांट, ओएनजीसी व बालीडीह में डालमिया सीमेंट फैक्ट्री, बीपीएससीएल का बॉटलिंग प्लांट की स्थापना झारखंड राज्य निर्माण के बाद हुआ, बोकरो में और उद्योग लगने वाले है। आने वाले समय में बोकारो के विकास का रोडमैप में कई योजनाओं का नाम जुड़ेगा। ऐसा विकास जो बोकारो को आइटी हब के साथ टेक्निकल हब के रूप में भी स्थापित किया जाएगा। बोकारो को लेकर केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के पास कई योजनाएं हैं।
बेरमो अनुमंडल के जरीडीह प्रखंड में 200 करोड़ की लागत से टेक्नोलॉजी सेंटर सह टूल्स रूम बनना तय हो गया है। झारखंड सरकार की इलेक्ट्रिक वाहन पॉलिसी में बोकारो को तरजीह दी गयी है। जानकारी के अनुसार बता दे, डीवीसी की ओर से लुगू पहाड़ी पर पनबिजली परियोजना लगाने के लिए सर्वे काम भी कर लिया गया है। मतलब, आने वाले सालों में बोकारो के विकास में औद्योगिक पंख लगने की उम्मीद तय हो गया है। जिला में लगभग 20 करोड़ की लागत से सॉफ्टवेयर पार्क की योजना को धरातल पर उतारा जाएगा। बोकारो जिला में चार पावर प्लांट चंद्रपुरा थर्मल पावर स्टेशन, बोकारो थर्मल पावर स्टेशन, तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन तथा बोकारो पावर सप्लाई कंपनी प्लांट हैं। जैनामोड़ व बरमसिया में पावर ग्रिड बनाने की प्रक्रिया अंतिम चरण पर है। यहां से साल के अंत तक बिजली वितरण की शुरुआत होने की ऊमीद जताया जा रहा है।
उम्मीद है कि चास-बोकारो समेत ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की समस्या का निदान इन दो पावरग्रिड से सप्लाई होने से हो जायेगा। बता दे, तलगड़िया-तुपकाडीह रेलखंड में स्टेशन का निर्माण काम शुरू हो गया है। राज्य निर्माण के बाद से बोकारो में स्पष्ट तौर से विकास सड़क के मामले में दिखता है। इधर, रामगढ़-बोकारो एनएच-23 व चास- गोविंदपुर एनएच-32 के फोरलेन बनने से विकास की गति तेज कर दी गई ताकि कार्य जल्द पूरा हो सके। जानकारी मिला की इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बोकारो को शामिल किया गया है। इससे निश्चित रूप से बोकारो की तस्वीर बदलेगी। इसी तरह गरगा नदी में चास-बोकारो को जोड़ने के लिए पुल का जाल भी बिछा है। चंद्रपुरा-बोकारो सड़क की सौगात मिली, भंडारीदह से तांतरी तक सीधी सड़क बनी, झुमरा व ऊपरघाट क्षेत्र में सड़क का जाल बिछा। दामोदर व गरगा नदियों के किनारे बसे नगर निगम व नगर परिषद में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना बना है।