L19/Bokaro : जिले में क्रिकेट खेल के नाम पर एक बार फिर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का मामला सामने आया है। पैसे लेकर बाहर के खिलाड़ियों को मौका देने का आरोप लगाया गया है। हालांकि इस तरह का मामला पहले भी सामने आ चुका है
जिसमें मामला भी दर्ज हुआ है। स्थानीय कई खिलाड़ियों ने बोकारो जिला क्रिकेट संघ पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए पैसे लेकर स्थानीय खिलाड़ियों को नजरअंदाज करने बाहरी खिलाड़ियों को मौका देने का आरोप लगाया है।
खिलाड़ियों का कहना है कि स्थानीय खिलाड़ी नियमित अभ्यास करते हैं।अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद उन्हें अवसर नहीं दिया जाता है। बाहर के खिलाड़ियों से उनकी सांठगांठ होती है, गेंद-बल्ला के इस खेल में पैसे का खेल खेला जाता है। संघर्ष कुमार नामक एक खिलाड़ी ने बताया कि उन लोगों का परफॉर्मस नहीं देखा जाता है, जबकि बाहर के लड़कों का देखा जाता है। दोनों का बराबर ही प्रदर्शन अच्छा रहता है, इसके बावजूद पहले से मिलीभगत होने के कारण बाहर के खिलाड़ियों पर ध्यान दिया जाता है।
हाल में ही अंशुमन सिंह नामक एक खिलाड़ी के मामले में जिस तरह पैसा लेने की बात सामने आई है, उससे स्पष्ट है कि क्रिकेट के नाम पर पैसे का खेल खेला जाता है। इस मामले में हरला थाने में सचिव पर मामला भी दर्ज कराया गया है। झारखंड के लिए रणजी ट्रॉफी तथा कई जूनियर क्रिकेट मैचों में खेल चुके राजू कुमार नामक एक खिलाड़ी ने कहा कि मैं इसके लिए बोकारो जिला क्रिकेट संघ की वर्तमान जो भी कमेटी है, उसके सभी टॉप के अधिकारियों को दोषी मानता हूं, क्योंकि उनके बिना यह सब नहीं हो सकता है।
उनको पता है बोकारो में कौन लड़का रहता है, कौन नहीं रहता, बिना उनकी मिलीभगत के यह सब नहीं हो सकता। कोई कुछ सुनता ही नहीं, जो ज्यादा आवाज उठाता है तो डिसीप्लिनरी कमेटी बनाकर उसको बैन कर दिया जाता है। मुझे भी गलत का विरोध करने पर तीन साल के लिए बैन कर दिया गया था। राजू का दावा है कि संघ के लोगों का एक ग्रुप है। वे सब खुद गवाह बनेंगे, अपने सबूत देंगे जज भी बन जाएंगे। अभी मैं पिछले पांच दिनों से जॉइंट सेक्रेटरी से उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं, पर कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया जा रहा है।