L19/Ranchi : झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन की ओर आहुत आज की बंदी को समर्थको ने सफल और ऐतिहासिक बताया है। राज्य के विभिन्न जिलों में बंद का असर दिखा। राजधानी रांची में पुलिस की तैनाती की वजह से बंद का सामान्य असर देखने को मिला। अलबर्ट एक्का चौक पर लगने वाली फूटपाथ की दुकानों के साथ शास्त्री मार्केट, चर्च रोड मार्केट, वेंडर मार्केट की दुकानें बंद रहीं। हालांकी यातायात लगभग सामान्य रहा। रांची शहर के सटे स्थानों में बंद का असर दिखा। अन्य जिलों की बात करें तो पश्चिमी सिंहभूम, रामगढ़, लोहरदगा जैसे जिलों में असर देखने को मिल रहा है।
समर्थको को पुलिस ने किया गिरफ्तार
आंदोलन कर रहे समर्थकों को पहले तो पुलिस ने सख्ती बरतती और लाठी मारते हुए मोरहाबादी डीएसपीएमयू के पास लाया गया। उसके बाद सभी को बस में भर कर कैंप जेल ले गई। पुलिस यहां से 20 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जिन्हें गिरफ्तार किया है, उसमें छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो, मनोज यादव सहित कई अन्य मौजूद हैं। उसके आलवा राज्य के विभिन्न जिलों से भी समर्थक को गिरफ्तारी करने की खबर आ रही है। जबकि समर्थकों का कहना है कि हम अनुरोध कर के ही बंद करा रहे हैं।
गिरफ्तार समर्थकों ने कहा आंदोलन जारी रहेगा
गिरफ्तारी के वक्त झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन प्रमुख देवेंद्रनाथ महतो ने कहा कि गिरफ्तार हमें किया जा रहा है, लेकिन आंदोलन जारी रहनी चाहिए। प्रशासन हमें गिरफ्तार कर सकती है हमारे विचारों को नहीं। 60- 40 नियोजन नीति मंजुर नहीं किया जाएगा। नियोजन नीति के आंदोलन की यह आग भयंकर रूप लेकर धधक रहा है।
सुबह छह बजे से बंद कराने निकले समर्थकों
बंद समर्थक छात्र सुबह छह बजे से ही दुकानो को बंद कराने के लिए निकले। पहले समर्थकों ने मोरहाबादी मार्केट को बंद कराया। उस बीच पुलिस आयी और उन्हें खदेड़ा। उसके बाद छात्र फिर से बंद कराने निकले। समर्थकों ने कचहरी चौक, लालपुर, मेन रोड, रातू रोड, कांटा टोली, लोवाडीह चौक, कोकर चौक, बुटी मोड़, बीआईटी मोड़, ओरमांझी, टाटीसिलवे , नामकुम, बहु बाजार, सुजाता चौक, डोरण्डा, हीनू, बिरसा चौक, हटिया, तुपूदाना, दस माईल, सतरंगी, धुर्वा, अरगोड़ा चौक, किशोरगंज, रातू रोड, आईटीआई बस स्टेंड और खादगाढ़ा बस स्टैंड में घूमघूम कर दुकानो को बंद करायी।
राज्य सरकार ने नियुक्ति के लिए जो नीति बनाई गई है, उसे स्टूडेंट्स राज्य हित नहीं मान रहे हैं। उनका कहना है कि अगर इस नीति के अनुसार नियुक्तियां हुई तो राज्य के युवाओं की नियुक्ति में सेंधमारी हो जाएगी। राज्य सरकार को ऐसी नियोजन नीति बनानी चाहिए, जो यहां के युवाओं को नौकरी सुनिश्चित कराये ।