L19 DESK : एक साल में चांडिल थाने के दो-दो थाना प्रभारी अवैध शराब के भंडारण, बिक्री मामले और कारोबारियों को संरक्षण देने के आरोप में निलंबित हो चुके हैं। एक साल पहले कोल्हान के आरक्षी उप महानिरीक्षक अजय लिंडा ने सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल थाना प्रभारी शंभू शरण दास को निलंबित किया था। थाना प्रभारी पर चांडिल थाना क्षेत्र में अवैध रूप से शराब भंडारण होने, शराब के विरुद्ध छापेमारी को लेकर बिहार पुलिस की टीम के साथ दुर्व्यवहार किए जाने, शराब खपाने वाले सरगना के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किए जाने में आनाकानी करने, अभियुक्त को लाभ पहुंचाने, प्राथमिकी में आरोपियों पर उचित धारा के तहत कार्रवाई नहीं करने का आरोप था। इतना ही नहीं अवैध शराब लदी ट्रक को जब्त नहीं किए जाने समेत कर्तव्य में लापरवाही बरतने का आरोप था। इसके ठीक एक साल बाद फिर चांडिल के ही थाना प्रभारी को डीआइजी ने लाइन हाजिर कर दिया। इन पर भी अवैध शराब कारोबारियों को संरक्षण दिये जाने का आरोप लगा है।
एक वर्ष पहले यानी जुलाई 2022 में डीआइजी ने चांडिल थाना प्रभारी पर लगे आरोपों की जांच का जिम्मा एसडीपीओ संजय कुमार सिंह को दिया था। एसडीपीओ ने जांच रिपोर्ट में प्रभारी पर लगे आरोप को सही पाते हुए डीआइजी को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। चांडिल थाना प्रभारी पर कार्रवाई करते हुए डीआइजी ने स्पष्ट कर दिया, जहां कार्य में लापरवाही बरती जाएगी। अवैध धंधे होंगे। वहां के थाना प्रभारी पर कार्रवाई होगी। इससे पहले डीआइजी ने आमदा ओपी प्रभारी को निलंबित कर दिया था। 14 मई को बिहार पुलिस की टीम ने चांडिल थाना क्षेत्र आसनबनी में विक्रम सिंह की गोदाम में छापेमारी कर 320 पेटी अंग्रेज शराब जब्त किया था जब चांडिल थाना में शिकायत दर्ज कराने बिहार पुलिस की टीम के अधिकारी गए तो वहां थाना प्रभारी ने पुलिस टीम के अधिकारियों से छापेमारी को लेकर विवाद किया था। इसके बाद बिहार पुलिस की टीम ने झारखंड के आइजी पंकज कंबोज और कोल्हान डीआइजी अजय लिंडा को पूरे मामले से अवगत कराया था।
सूचना उपलब्ध कराई थी कि इलाके में और भी शराब गोदाम है। इसके बाद डीआइजी की गठित टीम ने छापेमारी की। दो कंटेनर और ट्रक पर लदी अवैध अंग्रेजी शराब जब्त किया था। चांडिल, ईचागढ़ और चौका क्षेत्र में सीतारामडेरा निवासी नीरज कुमार के कई गोदाम है जहां से शराब का अवैध भंडारण होता था। गोदाम से शराब की बड़ी-बड़ी खेप बिहार भेजी जाती थी। बिहार पुलिस टीम ने नीरज कुमार की घर पर 14 मई 2022 को छापेमारी की थी। घर से रजिस्टर और मोबाइल जब्त किए गए थे। रजिस्टर में चांडिल थाना प्रभारी, थाना के पुलिसकर्मी और उत्पाद विभाग के अधिकारी को प्रतिमाह रुपये भुगतान किए जाने का ब्यौरा था। रजिस्टर को बिहार पुलिस की टीम के पास है। छापेमारी में नीरज कुमार घर से भागने में सफल रहा था। उसके विरुद्ध सीतारामडेरा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। वह फरार है। बिहार में शराबबंदी के बावजूद बड़ी-बड़ी शराब खेप नीरज कुमार अपने सिंडिकेट के माध्यम से भेज रहा था।
उधर ठीक एक वर्ष बाद 17 जुलाई 2023 को चांडिल थाना क्षेत्र के बिरीगोड़ा में अवैध रूप से चल रहे शराब फैक्ट्री संचालन मामले में चांडिल थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है। कोल्हान के डीआईजी अजय लिंडा के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने बिरीगोड़ा में अवैध शराब फैक्ट्री का खुलासा किया था। छापेमारी के दौरान फैक्ट्री से 1100 पेटी शराब बरामद किया गया था. इस मामले में कार्रवाई करते हुए कोल्हान डीआईजी ने सरायकेला-खरसावां जिला के पुलिस अधीक्षक को चांडिल थाना प्रभारी को लाइन हाजिर करने का निर्देश दिया । इस संबंध में कोल्हान के डीआईजी अजय लिंडा ने बताया कि अवैध शराब फैक्ट्री संचालन के मामले पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने सरायकेला खरसावां जिला के पुलिस अधीक्षक को चांडिल थाना प्रभारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।
कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा को गुप्त सूचना मिली थी कि चांडिल थाना क्षेत्र के बिरीगोड़ा में दलमा की तराई में अवैध शराब फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा है। सूचना मिलने के बाद उन्होंने विशेष छापामारी दल का गठन किया। जांच में पता चला कि मामला सच है। 14 जुलाई की शाम आबकारी विभाग और चांडिल के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी व थाना प्रभारी के साथ छापेमारी की. इस दौरान अवैध शराब फैक्ट्री के संचालन करने की सूचना सही पायी गयी। पुलिस ने छापेमारी में 1100 पेटी शराब बरामद किया। इसके साथ ही सात लोगों को गिरफ्तार किया गया और 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।