L19 DESK : वर्ष 2021-22 के प्रदर्शन के आधार पर दिल्ली की संस्था सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरमेंट (सीएसइ) ने एक रिपोर्ट जारी की है। जिसमें झारखंड, 16वें स्थान पर है। रिपोर्ट के आधार पर झारखंड आधारभूत संरचना और उद्योग के क्षेत्र में काफी खराब स्थिति में है। केरल ओवरऑल रैंकिंग में पहले की तरह ही अब भी पहले पायदान पर स्थित है। झारखंड के पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ 13 वें, बिहार 17 वें, पश्चिम बंगाल 12 वें तथा उत्तर प्रदेश 14 वें स्थान पर स्थित हैं। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि झारखंड ने पिछले साल (2022) में 10 विभिन्न क्षेत्रों में 2021 की तुलना में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। इन क्षेत्रों में राज्य का सकारात्मक विकास दिखा गया है।
वहीं 5 सेक्टरों में प्रदर्शन काफ़ी गिरा है।इसके अलावा पिछले वर्ष की तुलना में जीरो हंगर इंडेक्स में झारखंड की रैंकिंग में तीन स्थान की गिरावट आई है। वहीं आर्थिक विकास की गतिविधियों में भी राज्य बीते वर्ष की तुलना में 16 वें स्थान पीछे खिसका है। जीवन और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयास के मामले में भी राज्य की पहले की स्थिति से काफ़ी गिरावट हुई है इस रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल सेक्टर और उत्पादन के सेक्टर में पिछले साल की अपेक्षा कुछ सुधार हुआ है। एसडीजी के पिछले साल के रिपोर्ट के अनुसार मेडिकल सेक्टर में तय लक्ष्य तीन में 19 पायदान ऊपर चढ़ा है। और रैंकिंग में भी सुधार हुआ है।यही स्थिति उत्पादन मामले में भी है जहां सकारात्मक बदलाव के साथ रैंकिंग में 19वें स्थान ऊपर चढ़ा है साथ ही क्लीन एनर्जी के विकास के प्रयास में भी राज्य का सकारात्मक बढ़ोतरी के साथ 27वें स्थान पर पहुंची है।
विभिन्न क्षेत्रों में प्राप्त स्थान
- गरीबी 8वें स्थान
- भुखमरी 3वें (नकारात्मक)
- स्वास्थ्य 19वें
- गुणवक्तापूर्ण शिक्षा 3वें
- लैंगिक समानता 17वें
- शुद्ध पेयजल व स्वच्छता 5वें
- क्लीन एनर्जी 27वें
- आर्थिक विकास 16वें (नकारात्मक)
- उद्योग और आधारभूत संरचना 33वें (नकारात्मक)
- असमानता में कमी 1
- नागरिक सुविधा 14वें
- कालीमेंट एक्शन 2 (नकारात्मक)
- उत्पादन और खपत 19वें
- जल के नीचे का जीवन शून्य
- जमीन का जीवन 28वें
- शांति न्याय और मजबूत संस्थान 3वें
आखिर क्या होता है सस्टनेबल डेवलपमेंट गोल (एसडीजी)
साल 2025 में संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य देशों ने 2030 तक की विकास का कुछ एजेंडा निर्धारित किए थे जिसके तहत् कुल 17 सेक्टर में विकास करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी को सस्टनेबल डेवलपमेंट गोल। कहा जाता है। इस गोल के आधार पर सभी देशों को अपने अपने देश में विकास क्या काम करना है। हमारा देश भारत ने भी एसडीजी के गोल को प्राप्त करने के दिशा में काम कर रही है जिसके तहत सरकार ने कुल 16 गोल के आधार पर रेटिंग तैयार करती है।