L19 Chaibasa : चाईबासा के पिल्लई हाल में सेंगेल जन जागरण सभा का आयोजन हुआ। सेंगेल के कोल्हान प्रभारी सूबेदार बिरवा की अध्यक्षता और सेंगेल के जिला अध्यक्ष चरण चातर के स्वागत भाषण के साथ सभा प्रारंभ हुई। मुख्य अतिथि सालखन मुर्मू को माल्यार्पण के बाद 14 कर्मठ कार्यकर्ताओं को सरना धर्म कोड आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए सरना मान सकम ( सरना मान पत्र) देकर सम्मानित किया गया। जिसमें गणेश गागराई- हो समाज महासभा सरायकेला जिला अध्यक्ष, विष्णु बांडरा- युवा महासभा के सरायकेला जिला अध्यक्ष, कोल झारखंड बोदरा-मानकी मुंडा संघ सरायकेला जिला अध्यक्ष और सुंदर बांडरा- हो समाज महासभा जिला कोषाध्यक्ष के साथ सूबेदार बिरवा, चरण चतर, महती पूर्ति, प्रताप बिरूवा, वीरसिंह गागराई (मझगांव), सेंगेल मानकी लक्ष्मी नारायण बोदरा (CKP), श्रीमोती हेंब्रम, पोथीराम हांसदा, शंखो टुडू, सोनोत बास्के शामिल हैं।
दिशोम परगाना सोनाराम सोरेन, पोनोत परगाना सुगनाथ हेंब्रम, सेंगेल मानकी लक्ष्मी नारायण बोदरा, सेंगेल केंद्रीय संयोजक सुमित्रा मुर्मू और बीमो मुर्मू आदि ने अपने विचार देते हुए सरना धर्म कोड के लिए आहूत 30 दिसंबर 23 के भारत बंद को सफल बनाने पर जोर दिया। पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने कहा कि आदिवासी समाज मरणासन्न है, रोज मर रहा है। अतः इसको अपनी आदिवासी एजेंडा अर्थात हासा भाषा जाति धर्म रोजगार आदि बचाने के लिए एकजुट होना पड़ेगा और जोरदार आंदोलन करना होगा। साथ ही साथ आदिवासी समाज में समाज सुधार भी जरूरी है।
फिलवक्त पार्टियों और उसके वोट बैंक को बचाने से ज्यादा आदिवासी समाज को बचाने की जरूरत है। अन्यथा कोई न कोई पार्टी चुनाव तो जीतेंगे ही मगर आदिवासी समाज निश्चित हारता रहेगा, लुटता मिटता रहेगा। 30 दिसम्बर 23 के भारत बंद को सफल बनाने में पार्टियों और संगठनों की संकीर्णताओं से ऊपर उठकर सभी प्रकृति पूजक आदिवासियों को योगदान करना जरूरी है।