L19 DESK : आदिवासी सेंगल अभियान के द्वारा मोराबादी मैदान में एक बैठक रखी गई। सेंगल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सासंद सालखन मुर्मू के अध्यक्षता में यह बैठक किया गया। जिसमे तमाम अलग- अलग आदिवासी संगठन के लोगों उपस्थित हुए थे। इस मीटिंग में संथाल, मुंडा, हो, उरांव और लोहरा आदिवासी समाज के प्रतिनिधि विभिन्न संगठनों के माध्यम से सरना धर्म कोड को हर हाल में लागू करने की नीयत से 30 दिसंबर 2023 भारत बंद को जोरदार सफल बनाने की घोषणा की गई।
बता दे की केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की, संरक्षक भुवनेश्वर लोहरा, महासचिव संजय तिर्की, उपाध्यक्ष प्रमोद एक्का, कोषाध्यक्ष विनय उरांव शामिल हुए। आदिवासी छात्र संघ के केंद्रीय अध्यक्ष सुशील उरांव भी शामिल रहें। वही खूंटी से आदिवासी समन्वय समिति और सरना धर्म सोतो: समिति के प्रतिनिधि बिरसा कंडीर, सुभाषिनी पूर्ति और सुनील ओडेया शामिल हुए। सिंहभूम/ सरायकेला जिले से हो समाज महासभा के अध्यक्ष गणेश गागराई एवं कोषाध्यक्ष सुंदर बानरा, हो समाज युवा महासभा अध्यक्ष विष्णु बांडरा और मानकी मुंडा संघ के अध्यक्ष झारखंड बोदरा उपस्थित थे।
सेंगेल की ओर से केंद्रीय संजोजक सुमित्रा मुर्मू, बोकारो से प्रदेश अध्यक्ष देवनारायण मुर्मू और माझी परगाना प्रदेश अध्यक्ष चंद्र मोहन मार्डी, जमशेदपुर से दिशोम परगाना सोनाराम सोरेन, सरायकेला से पोनोत परगाना सुगनाथ हेम्ब्रोम और रांची से रांची जिला सेंगेल अध्यक्ष कजरू मुंडा उपस्थित थे। बता दे की अध्यक्षता करते हुए सालखन मुर्मू ने सबका स्वागत किया।सरना धर्म कोड की अहमियत, एकता और आंदोलन की नीति, रणनीति पर प्रकाश डाला। उसके बाद सभी नेता/ प्रतिनिधियों ने अपने-अपने सार्थक विचार रखे और मिलकर पूरे आदिवासी समाज को जगाने, जोड़ने और खड़ा करने का संकल्प लिया। 30 दिसम्बर के भारत बंद को व्यापक सफल बनाने के लिए 13 दिसंबर को गुमला में, 14 को लोहरदगा में,15 को खूंटी में और 16 दिसंबर को रांची में सरना प्रतिनिधि सभाओं के आयोजन का फैसला किया गया। जिसको सालखन मुर्मू, सुमित्रा मुर्मू, फूलचंद तिर्की,भुबनेश्वर लोहरा, गणेश गागराई, सुशील उरांव, देवनारायण मुर्मू, सोमा मुंडा, सुभाषिनी पूर्ति आदि संबोधित करेंगे।