L19/Ranchi : लाखों रुपये खर्च करने के बाद दुबारा किशोर मंत्री (सबसे उम्रदराज) एक बार फिर फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष बन जायेंगे। उनकी टीम ने रविवार 24 सितंबर को हुए वोटिंग के बाद जबरदस्त जीत हासिल की है। हालांकि जिस तरह वोटरों को रांची लाया गया, वोटिंग करायी गयी, यह किसी से छिपा नहीं है। चेंबर के चुनाव में रविवार का दिन इसलिए भी खास था, क्योंकि मोरहाबादी ग्राउंड में कार, मोटर, बस से एक किनारा पूरा अटा पड़ा था। 39 सौ से कुछ अधिक मतदाताओं में से 55 फीसदी वोटर रांची आये।
बाहर से पलामू, गुमला, लोहरदगा तथा अन्य जगहों से वोटरों को लाया गया। देवघर, जामताड़ा, जमशेदपुर से कोई वोटर नहीं आया। पांच बजे संपन्न हुए मतदान के बाद हुई गिनती में टीम किशोर के 21 में से 19 प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है। छह निर्दलीय में से दो प्रत्याशी नवजोत अलंग और रोहित अग्रवाल विजयी हुए, जबकि टीम शैलेंद्र के 12 प्रत्याशियों में से किसी को नयी कार्यकारिणी में जगह नहीं मिली। चेंबर चुनाव में कुल 39 प्रत्याशी मैदान में थे.
चेंबर चुनाव में इस बात का अंदाजा पहले से ही था कि टीम किशोर के सभी 21 उम्मीदवार जीत जायेंगे। पर मतदान के बाद दो को शिकस्त का सामना करना पड़ा। अब औपचारिक घोषणा होनी बाकी है। सब मान कर बैठे हैं कि झारखंड की सबसे बड़े व्यापारिक संगठन के अगुआ किशोर मंत्री रहेंगे। 2022-23 के पदधारी इस बार भी अपना मोरचा संभालेंगे। चुनाव में दिखावा, आडंबर, रसूख सब कुछ दिखा। कुछ पूर्व अध्यक्ष चुनाव में सक्रिय दिखे, जिसमें मनोज नरेडी, कुणाल अजमानी, विकास सिंह, केके पोद्दार, रंजीत टिबड़ेवाल प्रमुख थे। जूनियर चैंबर के पहले के पदाधिकारी, जो अब सीनियर हो गये हैं, उनमें से अनिल अग्रवाल को जीत मिली है।
चुनाव में टीम किशोर की ज्योति कुमारी को सबसे अधिक 1845 वोट मिले। पिछले साल ज्योति कुमारी चौथे स्थान पर थी। दूसरे स्थान पर रहे आदित्य मल्होत्रा को 1796, तीसरे स्थान पर राम बांगड़ को 1746, चौथे स्थान पर अमित शर्मा को 1744 और पांचवें स्थान पर किशोर मंत्री रहे। इन्हें 1723 वोट मिले, जबकि किशोर मंत्री पिछले साल सबसे अधिक 1910 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे। चेंबर चुनाव के राजनीतिकरण को लेकर कुछ सदस्यों ने आवाज उठाना शुरू कर दिया है।
बताया जाता है कि जिस तरह किशोर मंत्री ने झारखंड के सभी विभागों के साथ एक साल में लायनिंग की है, उससे चेंबर के समर्पित सदस्य और आजीवन सदस्य मर्माहत हैं। राजनीतिक पैरवी का दुरुपयोग, अपने फायदे के लिए चेंबर का इस्तेमाल किये जाने की परिपाटी से भी चेंबर के आजीवन सदस्य गुस्से में हैं। हालांकि पूर्व अध्यक्ष महेश पोद्दार ने चुनाव के पहले इस बात का अंदेशा जता दिया था।
प्रत्याशी | वोट |
ज्योति कुमारी | 1845 |
आदित्य मल्होत्रा | 1796 |
राम बांगड़ | 1746 |
अमित शर्मा | 1744 |
किशोर मंत्री | 1723 |
प्रवीण लोहिया | 1687 |
रोहित पोद्दार | 1681 |
अनिल अग्रवाल | 1614 |
विकास विजयवर्गीय | 1608 |
राहुल साबू | 1589 |
डॉ अभिषेक रामाधीन | 1583 |
परेश गट्टानी | 1564 |
शैलेश अग्रवाल | 1529 |
नवजोत अलंग | 1486 |
रोहित अग्रवाल | 1452 |
सुनील कुमार सरावगी | 1414 |
विमल कुमार फोगला | 1412 |
नवीन कुमार अग्रवाल | 1388 |
साहित्य पवन | 1383 |
संजय अखौरी | 1381 |
सुनील केडिया | 1354 |