L19/Ranchi : राजधानी रांची के कांके ब्लॉक ऑफिस के पास हुई गोलीबारी केस में पुलिस की जांच में नए खुलासे सामने आई हैं। इस घटना के मुख्य आरोपी जिस भू माफिया चितरंजन सिंह को पुलिस रांची में ढूंढ रही है, दरअसल वह पटना बेउर जेल में 18 दिनों से बंद है। मामले में पुलिस को पता चला है कि आरोपी चितरंजन ने पूरी प्लानिंग के साथ ही गोलीबारी की वारदात को अंजाम दिया है। इसके लिए आरोपी ने पहले खुद को पुलिस से पकड़वाया। फिर जेल से जमीन कारोबारी अवधेश यादव को मारने की पूरी संडयंत्र रची। हालांकि पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
बता दे की आरोपी चितरंजन को पटना गांधी मैदान थाने की पुलिस ने 31 अगस्त को कारगिल चौक के पास से शराब की बोतल के साथ गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उसे एक सितंबर को बेउर जेल भेज दिया था। जेल जाने के बाद आरोपी ने अवधेश यादव को मरवाने की पूरी सजिस रची। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेल से ही आरोपी ने शूटरों से संपर्क किया था। इसके लिए उसने अपने करीबी पंकज के मोबाइल का इस्तेमाल किया। पकंज के मोबाइल के जरीए शूटरों से बातचीत की।
इसी बीच में आरोपी ने अवधेश को यह मैसेज भेजवाया कि वह विवाद खत्म करना चाहता है।आरोपी ने मीटिंग करने के अवधेश को 14 सितंबर को ब्लॉक ऑफिस के पास बुलाया था। जिसके बाद घटना शूटरों के माध्यम से गोलीबारी की वारदात को अंजाम दिलवाया गया। रांची पुलिस पहुंची पटना वही इस मामले सूचना मिलते ही रांची पुलिस की एक टीम रविवार को पटना के गांधी मैदान थाना पहुंची। पुलिस की टीम ने थाना प्रभारी से संपर्क किया। चितरंजन के बारे में पूरी जानकारी ली।
अब पुलिस उसे रिमांड पर रांची लाने की तैयारी कर रही है और इसके लिए पुलिस कोर्ट में आवेदन देगी । पुलिस अफसरों का कहना है कि जल्द ही रांची लाकर चितरंजन से पूछताछ करेगी। वही दूसरी ओर पुलिस कांके ब्लॉक ऑफिस के पास हुई गोलीबारी मामले में आधा दर्जन लोग को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जिसमे से कुछ लोगों की इस घटना में संलिप्तता पायी गई है। हालांकि इस बात की पुष्टि रांची पुलिस नहीं कर रही है।
बता दें कि बीते 14 सितंबर को जमीन कारोबारी अवधेश यादव को तीन की संख्या में आए शूटरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर घायल कर दिया था। अवधेश को छह गोली लगी थी। आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने अवधेश को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। मामले में भू माफिया चितरंजन सिंह, कृष्णा मल्लिक, पंकज के अलावा तीन अज्ञात के खिलाफ कांके थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।