L19 DESK : झारखंड कर्मचारी चयन आयोग( जेएसएससी) की ओर से 26 हजार से अधिक पदों पर सहायक शिक्षको की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरु कर दी गयी है। इस नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान जेटेट पास अभ्यर्थियों को अपनी भाषा बदलनी होगी। भाषा बदलाव का विकल्प नहीं मिलने पर ये अभ्यर्थी नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पायेंगे। मगर इन 7 भाषाओं के अभ्यर्थियों को लेकर जारी विज्ञापन में कुछ भी स्पष्ट नहीं है।
बता दे, शिक्षक नियुक्ति को लेकर साल 2013 और साल 2016 में राज्य स्तरीय टेट की परीक्षा आयोजित की गयी थी। इनमें जिलावार जनजातीय व क्षेत्रीय भाषाओं को चुनने का विकल्प अभ्यर्थियों को दिया गया था। इसी के आधार पर विद्यार्थी किसी एक भाषा से जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा से परीक्षा में शामिल हो सकते थे। झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (जेटेट) में जिन भाषाओं का विकल्प दिया गया था, उनमें से 8 भाषा इस बार शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में शामिल नहीं है।
जेटेट में शामिल जिन 8 भाषाओं को शिक्षक नियुक्ति में शामिल नहीं किया गया है, उनमें मगही, अंगिका, भोजपुरी, माल्तो, बिरहोरी, असुर, भूमिज भाषा शामिल है। इसे लेकर झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल अभ्यर्थी संघ के अध्यक्ष परिमल कुमार ने बताया कि टेट की परीक्षा में उन्होंने अंगिका को क्षेत्रीय भाषा के तौर पर भरा था। अब अंगिका भाषा नियुक्ति परीक्षा में शामिल नहीं है। ऐसे में वह किस आधार पर आवेदन जमा करेंगे, इसकी जानकारी नहीं दी गयी है।
आपको बता दें, शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में कुल 15 भाषाओं की परीक्षा होगी। इनमें हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, संताली, बांग्ला, मुंडारी,हो, खड़िया, कुड़ूख, कुरमाली, खोरठा, नागपुरी, पंचपरगनिया, उड़िया व संस्कृत शामिल है।
वहीं, झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा में जिलावार कुल 22 भाषाओं की परीक्षा ली गयी थी जिनमें कुड़ुख, खड़िया, मुंडारी, हो, संताली, असुर, बिरहोरी, भूमिज, माल्तो, नागपुरी, पंजपरगनिया, कुरमाली, बांग्ला, उड़िया, मगही, अंगिका, भोजपुरी, खोरठा शामिल है।