L19 DESK : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पीएलएफआई (PLFI) टेरर फंडिंग मामले में बड़ी कारवाई की है। पीएलएफआई सुप्रीमों दिनेश गोप से पूछताछ से मिली जानकारी के बाद NIA ने गुमला के कामदारा क्षेत्र के जंगल से भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया है। इसमें 7.62 mm की 1245 गोलियां और 5.56 mm की 271 गोलियां शामिल हैं।
बता दें की जब्त गोला बारूद लगभग दो साल पहले बिहार के नालंदा जिले के सिक्सोहरा से पीएलएफआई को मिला था। जिसे संगठन ने पीएलएफआई के उग्रवादियों को देने के लिए रखा था। दिनेश गोप ने ही जांच एजेंसी की टीम का नेतृत्व किया और उस स्थान पर पहुंचाया जहां गोला-बारूद पहले से छिपाये गए थे।
NIA ने 21 मई को दिनेश गोप किया था गिरफ्तार
बता दें की बीते 21 मई को दिल्ली से एनआईए की टीम ने दिनेश गोप को गिरफ्तार किया था। दिनेश गोप के खिलाफ 102 आपराधिक मामले दर्ज हैं और उस पर 30 लाख रुपये का इनाम था। फिलहाल दिनेश गोप एनआईए की हिरासत में है। इससे पहले एनआईए द्वारा पीएलएफआई के लोगों से 25.38 लाख रुपये के विमुद्रीकृत मुद्रा की वसूली से संबंधित मामले में आरोप पत्र दायर किया गया था।
जबरन वसूली PLFI क आय प्रमुख स्रोत था
NIA की जांच के मुताबिक, पीएलएफआई पहले झारखंड लिबरेशन टाइगर्स (जेएलटी) के रूप में जाना जाता था। यह संगठन झारखंड में सैकड़ों अपराधिक घटनाओं के लिए जिम्मेदार है, जिसमें हत्या की घटनाएं भी शामिल हैं। पीएलएफआइ संगठन बेरोजगार युवकों को बाइक, मोबाइल फोन और आसानी से पैसा मुहैया कराने का लालच देकर संगठन में जोड़ने का काम किया जाता था । पीएलएफआई की आय का प्रमुख स्रोत जबरन वसूली था ।