L19/DEOGHAR : देवघर में जुलाई से लेकर अक्टूबर महीने तक लगातार धार्मिक मेला लगने जा रहा है। विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेले से शुरूआत होकर भादो के अढ़ैया मेला तक अनवरत मेला वैसे तो हर वर्ष लगता ही है, लेकिन इस साल उसी अवधि में एक मास का मलमास मेला भी लगने के कारण कुल 95 दिनों का मेला देवघर में लगने जा रहा है। ऐसे में अगर प्रशासन की ओर से सिर्फ श्रावणी मेला और भादो मेला को ध्यान में रखकर तैयारी में जुटी है तो वह उन दिनों भारी पड़ सकता है।
अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा से जुड़े पंडा धर्मरक्षिणी सभा के पूर्व अध्यक्ष विनोद दत्त द्वारी ने बताया कि प्रशासन की ओर से 95 दिनों के मेला को लेकर तैयारी में जुटे, ताकि उक्त अवधि में बाबानगरी आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने जानकारी दी कि 3 जुलाई को गुरु पूर्णिमा है। विधिवत उसी दिन श्रावणी मेले का उद्घाटन हो जाता है। वहीं 4 जुलाई से श्रावणी मेले के प्रथम पक्ष की शुरूआत हो जाएगी। वह 17 जुलाई तक लगातार चलेगा।
वहीं 17 जुलाई आमावस्या तिथि पर बिहार के राजगीर में मलमास को लेकर झंडा गाड़ा जाएगा। 18 जुलाई से बाबानगरी में भी मलमास मेला शुरू हो जाएगा। वह अनवरत एक माह तक 16 अगस्त तक चलेगा। मलमास मेला समापन के उपरांत 17 अगस्त से पुन: शुक्ल पक्ष श्रावण मास की शुरूआत हो जाएगी। श्रावणी मेले का विधिवत समापन 31 अगस्त को माना जाएगा। वहीं 1 सितंबर से बाबानगरी में प्राचीनतम पंजीकृत मेले में एक भादो मेले की शुरूआत हो जाएगी।
आगामी 29 सितंबर तक भादो मेला चलेगा। वहीं 30 सितंबर से 4 अक्टूबर तक बाबानगरी में अढ़ैया मेले का आयोजन किया जाएगा। बताते चलें कि प्रशासन की ओर से श्रावणी मेले की तैयारियां तो कुछ दिनों पूर्व से शुरू करा दी गयी है, लेकिन अगर सिर्फ श्रावणी मेले की तैयारी सरकार की ओर से हो रहा है तो उन दिनों परेशानी का सबब बन सकता है।