L19 DESK : झारखंड की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था की खबरें हर रोज आपको सुनने को मिलती ही होंगी. इसी कड़ी में पश्चिमी सिंहभूम का मामला भी जुड़ गया है. दरअसल, जिले में एक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक किशोर की मौत हो गई. दरअसल, मौत समय पर सरकारी एंबुलेंस के नहीं मिलने की वजह से हुई, जिसकी वजह से पिता को अपने बेटे को बाइक में बिठाकर अस्पताल ले जाना पड़ा. मृतक बच्चे के पिता का कहना है कि अगर समय पर एंबुलेंस मिल जाता तो बच्चे की जान नहीं जाती.
पूरा मामला समझिए
आपको बता दें कि पश्चिमी सिंहभूम जिले के भूता गांव के पास बुधराम सुंबरुई नामक किशोर सड़क दुर्घटना में घायल हो गया. जिसके बाद बेटे के एक्सीडेंट की सूचना बुधराम के पिता को मिली. उन्होंने तुरंत एंबुलेंस के लिए 108 को फोन किया. एंबुलेंस ड्राइवर ने फोन उठाया लेकिन घटनास्थल पहुंचने की बात पर इधर-उधर की बातें करने लगा, जिसके बाद मजबूरन पिता ने अपने बेटे को बाइक से ही अस्पताल पहुंचाया लेकिन अधिक खून बह जाने की वजह से इसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. जिसके बाद पिता ने प्रशासन और एंबुलेंस चालक पर मनमानी करने का आरोप लगाया.
सिविल सर्जन ने क्या कहा
वहीं, पश्चिमी सिंहभूम जिले के सिविल सर्जन डॉ सुशांतो कुमार मांझी से जब इस मसले पर बात की गई तब उन्होंने कहा कि 108 एंबुलेंस रांची के निर्देशानुसार कार्य करता है.