L19/Ranchi : प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने कोलकाता के कारोबारी औऱ न्यूक्लियस मॉल के मालिक विष्णु अग्रवाल को 26 जुलाई को क्षेत्रीय कार्यालय में उपस्थित होने के लिए समन भेजा है। इडी की तरफ से 17 जुलाई को कारोबारी को उपस्थित होने का निर्देश दिया था, पर बीमारी का आवेदन देकर वह उपस्थित नहीं हुए। राजधानी के नामकुम अंचल स्थित पुगड़ू मौजा में खासमहाल लीज की 19 एकड़ जमीन को गलत तरीके से लिये जाने के मामले में इडी ने विष्णु अग्रवाल को बुलाया है। इस जमीन की रजिस्ट्री तत्कालीन उपायुक्त राय महिमापत रे के समय करायी गयी थी, जब नामकुम अंचल की सीओ शुभ्रा रानी थी और अंचल निरीक्षक साहू थे।
पुगडू की जमीन से जुड़े सारे दस्तावेज और बैंक से हुई पेमेंट के ब्योरे के साथ इडी ने विष्णु अग्रवाल को बुलाया था, लेकिन विष्णु ने स्वास्थ्य खराब होने का हवाला देकर 3 सप्ताह का समय मांगा था। वहीं चेशायर होम रोड में फर्जी कागजातों से जमीन की डील के बाद नामकुम अंचल के पुगडू मौजा में 19 एकड़ खासमहाल जमीन की डील को लेकर विष्णु अग्रवाल से पूछताछ होनी है। ईडी ने अब तक तीन बार विष्णु अग्रवाल से चेशायर होम रोड की जमीन की डील को लेकर पूछताछ कर चुकी है। बताते चलें कि कांके रोड स्थित विष्णु अग्रवाल की न्यूक्लियस हाइट्स की जमीन की भी शिकायत इडी तक पहुंची है। वैसे इडी की तरफ से सरकुलर रोड स्थित न्यूक्लियस मॉल की खरीद-बिक्री के सारे कागजात शहर अंचल के सीओ अमित कुमार से मंगा लिये गये हैं।
सदर थाना क्षेत्र के चेशायर होम रोड स्थित एक एकड़ जमीन की खरीद बिक्री के लिए दस्तावेज में हेरफेर और जालसाजी की है। इसके लिए भरत प्रसाद को फरजी एग्रीमेंट होल्डर बनाया गया था। इसमें सत्ता के गलियारे में ब्रोकर रहे पुनीत भार्गव को पहले जमीन बेची गयी। जमीन बेचनेवाले राजेश राय और एग्रीमेंट होल्डर भरत प्रसाद इडी की गिरफ्त में हैं। आरोप है कि इसमें रांची के तत्कालीन उपायुक्त छवि रंजन और नेताओं और नौकरशाहों के करीबी प्रेम प्रकाश ने भी मदद की थी। विष्णु अग्रवाल ने इसके लिए मोटी रकम का भुगतान भी किया था। उन्होंने छवि रंजन का गोवा टूर भी कराई था, जिसकी पुष्टि ईडी की छानबीन में पूर्व में ही हो चुकी है।