L19/RANCHI : विश्वविद्यालयों के अवकाश कैलेंडर में समानता लाने के उद्देश्य से राज्यपाल के ओएसडी मुकलेश नारायण ने कुलपतियों तथा विश्वविद्यालय के सभी अधिकारियों के साथ मोरहाबादी कैंपस में मैराथन बैठक की। लंबे विचार-विमर्श के बाद अवकाश का सूची तैयार कर ली गई है इस विषय पर बाद में स्वीकृति ली जाएगी। इसके बाद सभी विश्वविद्यालयों में एक समान अवकाश दी जाएगी। वहीं, ग्रीष्मावकाश सिर्फ 15 दिनों को होगा। ग्रीष्मावकाश के लिए तिथि निर्धारित कर दी गई है।
01 से 15 जून तक अब हर साल ग्रीष्मावकाश रहेगा। बैठक में ओएसडी के अलावा रांची विवि के वीसी प्रो. अजीत कुमार सिन्हा, डीएसपीएमयू के वीसी तपन कुमार शांडिल्य, रजिस्ट्रार डॉ. मुकुंद मेहता, वीसी की ओएसडी डॉ. स्मृति सिंह, डॉ. धनंजय बासुदेव द्विवेदी आदि उपस्थित थे।विश्वविद्यालयों में अवकाश की कटौती के पीछे मुख्य वजह एकेडमिक समेत कैंपस में होनेवाली गतिविधियों को बढ़ावा देना तथा नई शिक्षा नीति के अनुसार डीएसपीएमयू को छोड़कर अन्य सभी विश्वविद्यायलों में पढ़ाई हो रही है। नई शिक्षा नीति के सिलेबस को पूरा करना वर्तमान अवकाश कैलेंडर में संभव नहीं है।
राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के अवकाश में समानता नहीं थी। सभी विश्वविद्यालय अपनी अपनी अवकाश की सूची खुद तैयार करते थे। राज्यपाल ने कहा कि अब अलग-अलग अवकाश नहीं चलेगा। सभी विश्वविद्यालयों में एक कैलेंडर होगा ताकि सभी विश्वविद्यालयों में एकरूपता बनी रहे। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में इसी सत्र से यूजी का सिलेबस एक समान कर दिया गया है।रांची यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार किए गए सिलेबस से सभी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई हो रही है।
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी में नई शिक्षा नीति लागू नहीं होने के कारण सिलेबस अलग है। अगले सत्र से डीएसपीएमयू का सिलेबस भी अन्य विश्वविद्यालयों की तरह ही होगा। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में आने वाले दिनों में परीक्षा और रिजल्ट प्रकाशन में समानता रहेगी। रांची यूनिवर्सिटी में अब हर साल 15 जुलाई से नए सत्र की पढ़ाई शुरू हो।