L19/Ranchi : जिला प्रशासन ने पुलिस बल के साथ एक मजिस्ट्रेट भी तैनात करने की बात कही झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) परिसर में बुधवार दिवंगत अमिताभ चौधरी की पूण्यतिथि हिंदू-रिति रिवाज से मनाए जाने का दिवंगत अमिताभ चौधरी के बेटे अभिषेक चौधरी ने कड़ा विरोध किया है। इस बाबत अभिषेक चौधरी ने डीसी व एसएसपी को पत्र लिखकर इस कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग की है। डीसी राहुल सिन्हा ने अभिषेक चौधरी को आश्वस्त किया कि इस तरह का कोई भी कार्यक्रम जेएससीए में नहीं होने दिया जाएगा। साथ ही कहा कि एक मजिस्ट्रेट को पुलिस बल के साथ भेजा जाएगा।
प्रशासन ने जेएससीए को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि उनके लिए इस तरह के धार्मिक अनुष्ठान और गतिविधि करना अवैध है। उन्होंने जेएससीए को अपने खर्च पर बनारस से बुलाए गए एक पंडित को वापस भेजने का आदेश दिया है। उन्होंने आगे यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि कोई भी अवैध धार्मिक गतिविधि न हो। जिला प्रशासन ने पुलिस बल के साथ एक मजिस्ट्रेट तैनात करने का आदेश दिया। साथ ही निर्देश दिया है जेएससीए के सभी सदस्यों को सूचित करें कि हवन, पूजा आदि का प्रस्तावित कार्यक्रम का निषेध प्रशासन द्वारा किया गया है। आशा की जाती है प्रशासन के आदेश का पालन होगा।
मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया मेरा संदेश दूसरों के साथ साझा करें ताकि स्वर्गीय अमिताभ चौधरी की आत्मा की सद्गति शास्त्रों में दिए विधि-विधान द्वारा ही हो। अभिषेक चौधरी ने कहा है कि झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) फिर से 16 अगस्त को मेरे पिता अमिताभ चौधरी की पुण्य तिथि के अवसर पर हिंदू कानून और सार्वजनिक नैतिकता के सभी यम नियम ताक पर रखकर, सभी धारणाओं के विपरीत धार्मिक गतिविधि के संचालन के कार्यक्रम के संबंध में रांची डीसी और एसएसपी को लिखने के लिए बाध्य होना पड़ा। अभिषेक ने कहा कि एक नारियल भी जेएससीए नहीं फोड़ सकता है। जेएससीए परिसर में दिवंगत
अमिताभ चौधरी की गोल्ड/मार्बल की भव्य प्रतिमा लगाए जाने का उनके परिवार वालों ने कड़ा विरोध किया है। जेएससीए की इस प्लानिंग को लेकर दिवंगत अमिताभ चौधरी के बेटे अभिषेक चौधरी ने लीगल नोटिस भी जेएससीए को भेजी है। उन्होंने लीगल नोटिस जेएससीए सेक्रेटरी को भेजी है। लीगल नोटिस में कड़ी आपत्ति जताते हुए कई सवाल भी खड़े किए हैं। वहीं, दिवंगत अमिताभ चौधरी के बेटे अभिषेक चौधरी ने जेएससीए को 7 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है। अमिताभ चौधरी के बेटे अभिषेक चौधरी ने कहा कि आखिर किसने कहने पर स्टैच्यू लगाने की प्लानिंग हो रही है। उन्होंने कहा कि मेरे पिता इस तरह के आडंबर से हमेशा दूर रहे। जीवित रहते हुए भी उन्होंने इस तरह के महिमामंडन का विरोध किया। करोड़ों रुपए खर्च कर उनकी प्रतिमा लगाना उनके आदर्शों का उपहास करना होगा।