L19 DESK : बहुजन समाज पार्टी एक बार फिर से लोकसभा चुनाव अपने बल पर ही लड़ेगी। बसपा किसी भी पार्टी के साथ गठजोड़ करके चुनाव नहीं लड़ेगी। यह बसपा सुप्रीमो मायावती ने कही। आगामी 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बेहतर प्रदर्शन के लिये तैयारियों में जुट गयी है। पार्टी की ओर से गुरुवार को राजधानी लखनऊ में दोनों राज्यों के वरिष्ठ पदाधिकारियों और सभी जिलाध्यक्षों के साथ चुनावी रणनीति पर मंथन किया गया।
इस दौरान मायावती ने कहा कि जिस तरह से समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में कुछ चुनिंदा जिलों में विकास का काम किया गया, उसी तरह भाजपा की सरकार भी उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में समग्र विकास के बजाय इनमें से कुछ गिने चुने जनपदों को ही सरकारी धन के खर्च पर प्राथमिकता दी जा रही है। इससे साफ समझ में आ रहा है कि सारी बड़ी राजनीतिक पार्टियां केवल अपने काम के बल पर जनता के वोट मांगने की स्थिति में नहीं हैं।
इस दौरान मायावती ने कहा कि लोगों के जीवन में विषमतायें बढ़ी हैं। लोग ज्यादा पलायन करने की स्थिति में है। साथ ही बेरोजगारी और पिछड़ेपन में बढ़ोतरी हुई है। लोगों को इन विषमताओं को दूर करने के लिये बसपा कड़ी मेहनत कर रही है। सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय के अपने लक्ष्य को हासिल करते हुए सत्ता तक पहुंचने के बाद ही बसपा द्वारा हर वर्ग का उत्थान सुनिश्चित हो सकेगा।
वहीं, उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि ऐसे में समय समय पर दिये गये जरूरी दिशा निर्देशों पर ईमानदारी और निष्ठापूर्वक मेहनत कर अच्छा परिणाम हासिल किया जा सकता है। ऐसे में बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के आत्मसम्मान और स्वाभिमानी आंदोलन को पूरे देश भर में मजबूती मिलेगी। साथ ही सभी गरीबों, वंचितों, शोषितों, पीड़ितों मेंं खासकर सदियों से जातिवाद के शिकार दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग सहित धार्मिक अल्पसंख्यकों में से भी खास तौर से मुस्लिम समाज के करोड़ों लोगों को जुल्म, भेदभाव से मुक्ति मिलेगी।