L19 DESK : केदारनाथ के बाद आज विधि-विधान और जयकारे के साथ चौथे धाम बद्रीनाथ का कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। गुरुवार यानी 27 अप्रैल की सुबह धाम के कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं में उत्साह देखने को मिला। जवानों ने धुन बजाई तो वहीं दूसरी ओर श्रद्धालुओं ने झूमते हुए जय बद्री विशाल के नारे लगाए। मंदिर का कपाट खुलने के बाद सबसे पहले बद्रीनाथ धाम के पुजारी रवाल जी ने मंदिर में प्रवेश किया। सुबह से ही धाम के बाहर बर्फबारी हो रही है। बद्रीनाथ धाम को 15 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है। विधिवत रुप से कपाट खोले जाने के बाद मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है लोग काफी खुश नजर आ रहे है,बता दें, इससे पहले 25 अप्रैल को सुबह 6:20 में केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए थे। कपाट मंदिर के मुख्य पुजारी जगद्गुरु रावल भीम शंकर लिंग शिवाचार्य ने खोले थे।
उस वक्त मंदिर को 20 क्विंटल फूलों से सज-श्रृंगार किया गया था। वहीं, खराब मौसम के चलते मंदिर की ओर आगे बढ़ने से हजारों श्रद्धालुओं को रोक दिया गया था। हालांकि इस बीच करीब पहले ही दिन करीब 8 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा का दर्शन कर लिया था। केदारनाथ के पैदल वाले मार्गों में भारी बर्फबारी को लेकर भारतीय मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए चेतावनी दी है। विभाग के अलर्ट पर उत्तराखंड सरकार ने 30 अप्रैल तक केदारनाथ धाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाया है। साथ ही तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है,जिसमें कहा गया है कि यात्रा के दौरान सभी श्रद्धालु पहले से अपने साथ जरूरी समान और गरम कपड़े जरूर से रखें। बता दें, विभाग ने अपने अलर्ट में कहा है कि केदारघाटी में अगले एक हफ्ते तक मौसम खराब रहने का अनुमान है।