L19 DESK : राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के पास प्रतिबंधित पिस्तौल रखने के मामले और अशलील वीडियो चैटिंग मामले में राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगने की बातें कही हैं। निर्दलीय विधायक सरयू राय ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को बरखास्त करने की मांग को लेकर राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की थी। आधा घंटे तक उन्होंने राज्यपाल को पिछले सप्ताह हुए इस प्रकरण की पूरी जानकारी दी और कहा कि मामले पर जिला प्रशासन और सरकार की तरफ से ढुलमूल रवैया अपनाया जा रहा है।
विधायक ने कहा कि किस प्रकार एक मंत्री के गलत कार्यों को संरक्षण झारखण्ड की सरकार कांग्रेस पार्टी के दबाव में दे रही है। राजनीतिक दबाव के कारण सारे प्रमाण रहने के बाद भी अभियुक्त के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा है कि राज्य में कानून का शासन नहीं रह गया है। यदि नियम-कानून का उल्लंघन करने वाला सरकार में मंत्री है और एक राष्ट्रीय पार्टी से जुड़ा हुआ है तो उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होगी। राज्य की सरकार राज्य में कानून का मजाक उड़ा रही है।
विधायक ने कहा कि मैंने राज्यपाल से आर्म्स एक्ट की धारा-25 को उद्धृत करते हुए कहा कि यदि पुलिस ने केस दर्ज किया और कार्रवाई किया तो स्वास्थ्य मंत्री को कम से कम सात साल की जेल की सजा होगी। सजा की अवधि 14 साल भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो झारखण्ड में कानून का शासन नहीं बल्कि हथियार का शासन चलेगा। इसी तरह मैंने राज्यपाल महोदय को स्वास्थ्य मंत्री द्वारा की गई अश्लील विडियो चैटिंग के बारे में जानकारी दिया और बताया कि सरकार इस प्रकरण को दबाने में लगी हुई है। कांग्रेस पार्टी के नेता इस मुद्दे को उठानेवालों पर ही प्रहार कर रहे हैं।