L19 DESK : रिम्स के हॉस्टल में मेडिकल छात्रों के बीच मंगलवार देर रात को जमकर विवाद हो गया। दरअसल, बर्थडे पार्टी के दौरान हुए विवाद के बाद यहां बहस और मारपीट शुरू हो गयी, जिसके बाद छात्रों का एक गुट निदेशक आवास में घुस गया और दरवाजे-खिड़कियां जोर से पीटने लगा। डरे-सहमे निदेशक ने फोन कर सीनियर डॉक्टरों को बुलाया, जिसके बाद मामला शांत हुआ।
हॉस्टल खाली करने का निर्देश वही इस मामले को लेकर बुधवार सुबह डीन की अध्यक्षता में स्टूडेंट एंड वेलफेयर कमेटी की बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि सीनियर और जूनियर छात्रों के बीच लगातार हो रही मारपीट व अनुशासनहीनता को देखते हुए रिम्स हॉस्टल (एमबीबीएस और डेंटल दोनों) को 15 दिनों के लिए खाली करने का निर्देश दिया गया। और विद्यार्थी को हॉस्टल खाली करते वक्त अपना पूरा सामान भी ले जाने को कहा गया।
15 दिनों के बाद नये सिरे से कमरा आवंटन की किया जाएगा। बता दे की कमेटी ने यह भी तय किया है कि विद्यार्थी जब दोबारा हॉस्टल में रहने आयेंगे, तो अपना और अपने माता-पिता अथवा अभिभावक का शपथ पत्र साथ लेकर आएंगे जिसमे यह स्पष्ट लिखा होना चाहिए कि विद्यार्थी दोबारा मारपीट या किसी तरह की अनुशासनहीनता नहीं करेंगे। अगर उन्हें दोबारा ऐसी घटनाओं में संलिप्त पाया गया, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। कमेटी ने अपने फैसले को अनुशंसा के रूप में निदेशक डॉ राजीव कुमार गुप्ता के पास भेज दिया है।
इसके अलावा कमेटी ने बीते सात जुलाई को मारपीट करनेवाले 29 विद्यार्थियों को भी नोटिस जारी करते हुए शपथ पत्र के साथ 21 जुलाई को हाजिर होने को कहा है। क्या है पूरा मामला बताया जा रहा है की मंगलवार की देर रात जूनियर छात्र अपने साथी का बर्थडे मना रहे थे, जिसमें लड़के-लड़कियां दोनों शामिल थे। आरोप है कि इसमें शराब का दौर भी चल रहा था. इसी बीच सीनियर वहां पहुंच गये। किसी पुराने विवाद को लेकर पीजी डॉक्टर और जेडीए के पदाधिकारी जूनियर डॉक्टरों पर हावी हो गये। इसके बाद दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई ।
इसी बीच बचाव के लिए जूनियर डॉक्टरों का समूह निदेशक आवास में घुस गया और दरवाजा और खिड़की को पीटने लगा। इस मामले को लेकर वर्ष 2020 बैच के जूनियर छात्र मोनू कुमार, अर्पित कुमार व राणा प्रियांशु राज ने प्रबंधन से लिखित शिकायत की है। बताया है कि 18 जुलाई की रात सीनियरों ने पुराने विवाद को लेकर उन्हें कमरे में बंद करके पीटा। उन्हें छुड़ाने की बजाय जेडीए के पदाधिकारी सीनियरों का सपोर्ट कर रहे थे।
इस संबंध में रिम्स के डीन डॉ विद्यापति ने कहा कि विद्यार्थी लगातार मारपीट और देर रात पार्टी कर रिम्स की छवि को धूमिल कर रहे हैं कमेटी की आपात बैठक बुलायी गयी थी, जिसमें हॉस्टल खाली कराने पर निर्णय लिया गया है। नये सिरे से हॉस्टल के कमरा का आवंटन किया जायेगा, जिसमें 15-15 दिन की प्रक्रिया पूरी की जायेगी।