L19/Ranchi : राजधानी रांची में रामनवमी और रमजान की सुंदर नजारा देखी जा रही है। इसको लेकर तैयारियां भी जोरों से है और इस बीच रांची में गंगा-जमुनी तहजीब की एक अनोखी मिसाल भी देखने को मिल रही है। जहां रमजान का रोजा रखकर ऐतिहासिक महावीरी पताके के निर्माण में अब्दुल हसन जी-जान से लग कर पूरा किया हैं।
ये झंडा इसीलिए खास है क्योंकि इसकी लंबाई 1100 मीटर की जो रामनवमी के मौके पर रांची में लहराता नजर आएगा। हालांकि अब्दुल हसन ने पहली बार रामनवमी का पताका नहीं बनाया है, बीते 10 सालों से भगवान श्री राम के पताके का निर्माण कर रहे हैं। फिलहाल 1100 मीटर लंबे इस झंडे को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
अब्दुल ने 1100 मिटर के पलाके बना कर तैयार के लिया
यह झंडा इसी लिए खास है क्योंकि झारखंड का यह पहला झंडा है, जिसकी लंबाई 1100 मीटर है। इस झंडे के निर्माण में 10 दिन से ज्यादा के वक्त लग गया है और बस अब निर्माण कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है। पूजा कमेटी के लोगों का कहना है कि हमारी ओर से हर साल अलग ही झंडा बनाया जाता है।
वहीं, पिछले साल 600 मीटर झंडा बनाया गया था और इस बार हमारी कमेटी के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हमने 1100 मीटर झंडा बनाया है, जिसे 9 बास के सहारे खड़ा किया जाएगा और तकरीबन 100 लोग मिलकर इस झंडे को शोभायात्रा में लेकर शामिल होंगे।
रामनवमी को लेकर पुलिस रहेंगे हर मोड पर तैनात
साथ ही आपको बता दें कि रांची में रामनवमी के दौरान कई शोभायात्राएं निकाली जाती है। ऐसे में पुलिस प्रशासन सुरक्षा को लेकर अलर्ट मोड पर है। इसी कड़ी में पुलिस लाइन में प्रशासन की ओर से एक मॉक ड्रिल की गई। ताकि अगर कोई भी अनहोनि हो तो पुलिस हालात से तुरंत निपट सके।
पर्व शांतिपूर्ण आपसी सौहार्द पूर्ण वातावरण में संपन्न हो इसी को लेकर जिला प्रशासन की तैयारी भी पूरी तरह से चाक-चौबंद होने लगी है। पुलिस लाइन में एक मॉक ड्रिल प्रशासन की ओर से की गई, जिसमें किसी प्रकार की शहर के अप्रिय घटना से निपटने की पूरी तैयारी मॉक ड्रिल के माध्यम से देखी गई।
बोकारो में रामनवमी को लेकर जिला प्रशासन ने कर ली अपनी तैयारी
वहीं, बोकारो में रामनवमी को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस ने तैयारी पूरी कर ली है। थाना स्तर से लेकर जिला स्तर तक शांति समिति की बैठक आयोजित कर सभी अखाड़ा समितियों को महत्वपूर्ण दिशानिर्देश जारी कर दिया गया है। किसी भी प्रकार के भड़काऊ गाना बजाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है।
वहीं, निर्धारित रूट के अलावे किसी दूसरे जगह से जुलूस निकालने की इजाजत नहीं दी गई है। बोकारो जिले को पुलिस मुख्यालय से लगभग 800 जवान मुहैया कराए गए हैं। जो चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे। उपद्रवियों पर 107 की कार्रवाई की जा रही है।