L19/DESK : झारखण्ड के सीएम हेमंत सोरेन ने मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ हुए अत्याचार, वहां की स्थिति को लेकर अपील भरा पत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम लिखा। अब इस पत्र को लेकर राज्य में राजनीति शुरू हो गयी है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्य के पूर्व सीएम रघुवर दास ने इस पत्र को लेकर सीएम हेमंत सोरेन पर निशाना साधा है साथ ही पूर्व सीएम ने कई सवाल भी पूछे हैं। रघुवर दास ने कहा कि मणिपुर की स्थिति काफी गंभीर है, ऐसे गंभीर और संजीदा मुद्दे पर राजनीति करने से पहले कुछ तो शर्म करना चाहिए।
पूर्व सीएम रघुवर दास ने अपने ट्वीट करके राज्य के सीएम हेमंत सोरेन से राज्य की आदिवासी लड़कियों पर हुए अत्याचार को भी याद दिलाया। उन्होंने कहा कि जब राज्य में आदिवासी लड़कियों के साथ दुष्कर्म हुए उन सब पर सीएम इतने चुप क्यों? उन्होंने लिखा है कि जब झारखंड में रुबिका पहाड़िन के दिलदार ने टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए, अंकिता को शाहरुख ने जिंदा जला दिया, दुमका में आदिवासी बच्ची का रेप-हत्या कर पेड़ से लटका दिया, साहिबगंज में घर से उठाकर आदिवासी बच्ची से रेप, आश्रम में साध्वी से रेप, गुमला-रांची नाबालिक बच्चियों के साथ रेप जैसी घटनाओं पर उनकी चुप्पी क्यों।बंगाल और बिहार का भी जिक्र कर लेतेरघुवर दास ने लिखा है कि सीएम हेमंत सोरेन ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा है। उन्होंने मणिपुर को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मणिपुर की घटना से इतनी ही पीड़ा है, तो अपने पत्र में कम से कम पश्चिम बंगाल के मालदा और बिहार के बेगूसराय की घटना का जिक्र भी कर लेते। अगर उन्होंने नहीं किया है तो क्या हेमंत जी इन घटनाओं का समर्थन करते हैं? झारखंड की बेटियों की चित्कार आपको सुनाई क्यों नहीं देती है?