L19 DESK : लोहरदगा के बुलबुल जंगल में सुरक्षा बलों पर हमले की षड्यन्त्र रचने के मामले में जांच कर रही एनआईए ने दो कुख्यात नक्सलियों को रिमांड पर लिया है। इन आरोपियों से एनआईए आगामी 14 अप्रैल तक पूछताछ कर सकती है । रिमांड पर लिए गये आरोपी लोहरदगा के पेशरार क्षेत्र के मुनेश्वर गंझू और गोविंद बिरिजिया हैं। बताया जाता है कि दोनों नक्सली माओवादियों के इनामी रीजनल कमांडर रवींद्र गंझू दस्ते के सक्रिय सदस्य हैं। गोविंद बिरिजिया बीते साल 31 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था ।
एनआईए ने इनसे पहले साजन कुमार भुइयां नामक एक ईंट भट्ठे के मुंशी को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर चुकी है। वह रवींद्र गंझू के खास सहयोगी और लेवी के पैसों का निवेशक ईंट भट्ठे का मालिक राजू कुमार उर्फ राजू साव का मुंशी था। बता दें कि साजन से पूछताछ में मिली जानकारी के मुताबिक ही मुनेश्वर और गोविंद को एनआईए ने रिमांड पर लिया है। मुनेश्वर से लातेहार के चंदवा स्थित लुकैया मोड़ पर नवंबर 2019 की रात पुलिस गश्ती दल पर हमला कर एक एएसआई और गृह रक्षा वाहिनी के तीन जवानों की हत्या के बाद हथियार लूटकर फरारी मामले में एनआइए पूछताछ की थी।
एनआईए ने 14 जून को प्राथमिकी दर्ज की थी
बीते 22 दिसंबर को मुनेश्वर लातेहार पुलिस के हाथों गिरफ्तार हुआ था, उसपर दस लाख रुपये का इनाम था। एनआइए दोनों ही उग्रवादियों से हथियारों से लेकर नक्सलियों की योजना और बड़े नक्सलियों के गुप्त ठिकानों आदि के बारे में सूचना ले रही है। एनआईए ने 14 जून को एक प्राथमिकी दर्ज की थी। यह प्राथमिकी लोहरदगा के पेशरार थाने में 21 फरवरी 2022 को दर्ज FIR को टेकओवर करते हुए एनआईए ने दर्ज की थी। यह पूरा मामला पेशरार थाना क्षेत्र के बुलबुल इलाके में हरकट्टा टोली और बंगलापत में बहाबहार जंगल के रास्ते में 21 फरवरी 2022 को सुरक्षा बलों को उड़ाने की षड्यन्त्र से संबंधित है।
सुरक्षाबलों पर नक्सलियों ने बरसाई थी गोलियां
झारखंड पुलिस सीआरपीएफ के साथ मिलकर उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चला रही थी। रवींद्र गंझू अपने सहयोगियों के साथ पूरी वारदात को अंजाम देने वाला था और अपने 40-45 साथियों के साथ लोहरदगा के बुलबुल जंगल में इकट्ठा हुआ था। रवींद्र गंझू ने अपने सहयोगियों के साथ सुरक्षा बलों पर गोलियां भी चलाई थी।
फरार होने में सफल रहा था रवीद्र गंझू
हालांकि इसके बाद सुरक्षा बलों ने घेराबंदी कर नौ कुख्यात नक्सलियों को हिरासत में ले लिया था । इस दौरान रवींद्र गंझू अपने अन्य साथियों के साथ फरार होने में सफल रहा था। मौके से सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार व गोला, बारूद व विस्फोटक जब्त किया था। इसके बाद पेशरार थाने में रवींद्र गंझू सहित 17 नक्सलियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। उसी प्राथमिकी को एनआईए ने टेकओवर करते हुए 14 जून 2022 को प्राथमिकी दर्ज की थी।