L19/Latehar : लातेहार पुलिस ने टीपीसी उग्रवादी कुलदीप गंझू उर्फ कुलदीप मेहता को पिपराडीह जंगल से गिरफ्तार कर लिया है । लातेहार एसपी ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी कि उग्रवादियों के विरोध चलाये जा रहे अभियान में गुप्त सूचना मिली थी कि टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के आक्रमन उर्फ आक्रमन गंझू, सहदेव एवं कुलदीप गंझू बारिया थाना अंतर्गत ग्राम पिपराडीह के जंगली इलाके की तरफ लेवी लेने के फिराक में आये है ।
मामले की जानकारी मिलते ही बालूमाथ एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम गठन किया गया, पुलिस टीम मौके पर पिपराडीह जंगल पंहुची तो कुछ हथियार बंद भागने लगे तब सशस्त्र बल के सहयोग से काफी मशक्कत के बाद एक उग्रवादी कुलदीप गंझू उर्फ कुलदीप मेहता को पकड़ा गया । कुलदीप गंझू लातेहार जिले के मनिका थाना क्षेत्र के पल्हैया का रहने वाला है ।
साल 2016 में किया था सरेंडर
कुलदीप गंझू पूर्व में भाकपा माओवादी का सक्रिय सदस्य था । साल 2016 में पुलिस के समक्ष खुद को सरेंडर कर दिया था। 2017 में जेल से निकला था । 2022 में रौशन उरांव नामक व्यक्ति के सम्पर्क में आने के बाद प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीएसपीसी में चला गया और रौशन उरांव के टीम में सब जोनल कमाण्डर के पद पर था । कुलदीप गंझू लातेहार, पलामू जिला के मनिका, पांकी, बालूमाथ, बारियातु थाना क्षेत्र में विभिन्न घटना को अंजाम दिया है ।
नक्सली संगठनों के खिलाफ पुलिस का व्यापक एंटी नक्सल अभियान
लातेहार अति उग्रवाद प्रभावित जिला है और लातेहार के विकास में उग्रवाद सबसे बड़ी बाधा है । यहां पर उग्रवाद में भाकपा माओवादी, जेजेएमपी, टीएसपीसी और कई छोटे-छोटे स्पलिन्टर ग्रुप विकास कार्य में बाधा पहुचाने के लिये पनप जाते हैं । उग्रवादियों के खात्मा और लातेहार के सम्पूर्ण विकास के लिये लातेहार पुलिस लगातार उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चला रही है । पिछले दो साल से उग्रवादियों विरुद्ध चलाये गये अभियान “ऑपरेशन डबल बुल ” एवं “ऑपरेशन ऑक्टोपस” से माओवादी को बहुत बड़ा झटका लगा है और चलायें जा रहे अभियान से उग्रवादियों को एक मैसेज गया है कि लातेहार पुलिस किसी भी हालत में उनसे लड़ने एवं उनके खात्मे के लिये हर तरह से तैयार है ।