L19 DESK : झारखंड में अब तक चार आइएएस अधिकारी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने कार्रवाई की है। पिछले एक वर्ष में चार आइएएस अधिकारी इडी की जद में आ चुके हैं। अभी और इडी की सूची में हैं, जिन पर कार्रवाई होनी बाकी है। इसमें पथ निर्माण सचिव सुनील कुमार, नगर विकास सचिव, जल संसाधन सचिव प्रशांत कुमार, पेयजल और स्वच्छता सचिव, अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह समेत सभी कार्य विभागों के अभियंता प्रमुख, मुख्य अभियंता शामिल हैं।
आइएएस पूजा सिंघल सबसे पहले इडी की जद में आयी थीं। इन पर अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग का मामला चल रहा है। इन्हें तीसरी बार जेल भेजा गया है। सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को पूजा सिंघल की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी है। पूजा सिंघल 16 फरवरी 2009 से 19 जुलाई 2010 तक खूंटी की डीसी थीं। खूंटी जिले में मनरेगा घोटाला का आरोप। घोटाला और मनी लांड्रिंग मामले में कार्रवाई जारी है। अभी पूजा सिंघल बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा रांची में बंद हैं। उनकी जमानत को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है।
अवैध खनन मामले में साहेबगंज के उपायुक्त राम निवास यादव से दो बार इडी ने पूछताछ की है। इन पर साहिबगंज में अवैध तरीके से एक हजार करोड़ रुपये की पत्थर माइनिंग का आरोप है। ईडी साहेबगंज डीसी रामनिवास यादव से 23 जनवरी 2023 को पूछताछ कर चुकी है। दोबारा छह फरवरी को पूछताछ हुई। अभी वे साहेबगंज में डीसी के रूप में काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव और गृह सचिव रहे राजीव अरुण एक्का से भी इडी ने पूछताछ की है। पांच मार्च को भाजपा कार्यालय में राजीव अरुण एक्का से जुड़ा एक वीडियो जारी हुआ। वीडियो में आरोपी विशाल चौधरी के घर पर बैठ कर सरकार के गृह विभाग की फाइलें निबटा रहे थे। इससे पहले 27 मार्च 2023 को ईडी ने राजीव अरुण एक्का से पूछताछ की। 28 मार्च को दोबारा पूछताछ की। वर्तमान में पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव के पद पर कार्यरत हैं।
इसके बाद रांची के उपायुक्त रहे छवि रंजन के 22 ठिकानों पर गुरुवार को छापेमारी की जा रही है। इनके साथ दो अंचल अधिकारी, एक हल्का कर्मचारी, दो जमीन कारोबारी के यहां भी छापेमारी चल रही है। इडी की टीम सेना की जमीन खरीद मामले में छवि रंजन के यहां छापा मार रही है