- पेयजल औऱ स्वच्छता विभाग तथा जल संसाधन विभाग के जेई बने हुए हैं एमवीआइ
- हाईकोर्ट को परिवहन सचिव ने दिया आश्वासन 15 मई तक हो जायेगी नियुक्ति
L19 DESK : झारखंड में जूनियर इंजीनियर स्तर के 15 कर्मी मोटर वेहीकल इंस्पेक्टर (एमवीआइ) बने हुए हैं। ये जूनियर इंजीनियर पेयजल और स्वच्छता विभाग तथा जल संसाधन विभाग के हैं। झारखंड हाईकोर्ट ने सरकार से यह जानना चाहै है कि कैसे दूसरी अहर्ता वाले कर्मी एमवीआइ की जिम्मेवारी निभा रहे हैं। नियमों के अनुसार मैकेनिकल इंजीनियर की डिप्लोमा, डिग्री धारक इंजीनियर ही एमवीआइ बन सकते हैं। पर यहां पर सिविल इंजीनियरिंग कैडर वाले 15 जूनियर इंजीनियरों को सरकार ने एमवीआइ बना कर पोस्टिंग कर दी है।
इसको लेकर बावेला मचा हुआ है। झारखंड हाईकोर्ट में अवमाननावाद मामले में परिवहन सचिव के श्रीनिवासन को हाईकोर्ट में फिजिकली एपीयर होना पड़ा था। उनसे हाईकोर्ट ने यह जानना भी चाहा है कि कब तक एमवीआइ की स्थायी नियुक्ति हो जायेगी। झारखंड में सिर्फ तीन एमवीआइ हैं, जिनके पास मैकेनिकल इंजीनियर की डिग्री, डिप्लोमा है। इनमें मुकेश कुमार, विजय गौतम और शहनवाज खान हैं। 24 जिलों में इनमें से अधिकतर को दो-दो, तीन-तीन जिलों का प्रभार दिया गया है। सरकार की मानें, तो एमवीआइ के कुल स्वीकृत पद झारखंड में 49 हैं।
इसमें से तीन ही अभी स्थायी एमवीआइ हैं, जबकि 15 को प्रतिनियुक्ति पर दूसरे विभागों से लिया गया है। कोर्ट को परिवहन सचिव ने यह कहा है कि विज्ञापन निकाल कर एमवीआइ की नियुक्ति 15 मई तक कर ली जायेगी। इसके बाद ही कोर्ट ने अवमानना याचिका को समाप्त कर दिया।