L19/ DESK : प्रवर्तन निदेशालय ने राजधानी रांची के सिरमटोली चौक के पास सेना के कब्जेवाली 5.88 एकड़ जमीन की खरीद-बिक्री की जांच शुरू कर दी है। इडी के पास यह शिकायत मिली थी कि दानापुर छावनी के कब्जेवाली इस जमीन को फरजी कागजातों के आधार पर कारोबारी विष्णु अग्रवाल ने अपने और अपनी पत्नी के नाम से खरीद लिया है। छह फरवरी 2018 को इस जमीन के निबंधन के लिए एक करोड़ का भुगतान कर स्टांप पेपर लिया गया था।
सात फरवरी को अवर निबंधक कार्यालय रांची में इस जमीन का निबंधन कराया गया। शहरी अंचल में अवस्थित इस जमीन का मालिक बने संजय घोष और महुआ मित्रा ने यह जमीन विष्णु अग्रवाल को बेचा,इसके लिए 24 करोड़ की डील हुई। तीन करोड़ रुपये संजय घोष और महुआ मित्रा के खाते में छह फरवरी 2018 को यूनियन बैंक के जरिये ट्रांसफर किये गये। इसके अलावा 5.92 करोड़ का दो चेक महुआ मित्रा और संजय घोष को दिया गया। इडी ने नवंबर 2022 में विष्णु अग्रवाल, कारोबारी अमित अग्रवाल, अवर निबंधक वैभव मणि त्रिपाठी और अवर निबंधक घासीराम पिंगुआ के आवास में छापेमारी की थी।
छापेमारी में जब्त कागजातों से सिरमटोली चौक के पास सेना के कब्जे वाली एक और जमीन की खरीद-बिक्री की बात सामने आई थी। ईडी के अधिकारियों ने पूर्व रजिस्ट्रार घासीराम पिंगुआ व सब रजिस्ट्रार वैभव मनी त्रिपाठी से इस जमीन की जानकारी मांगी थी। वैभव मनी त्रिपाठी ने पूछताछ के क्रम में विष्णु अग्रवाल, पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश, अफसर अली, मो इम्तियाज, रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन के प्रेशर के सारे राज भी उगल दिये हैं। बताया जाता है कि सब रजिस्ट्रार वैभव मनी त्रिपाठी ने बरियातू रोड स्थित सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की खरीद-बिक्री से संबंधित कागजात ईडी को सौंपा। ईडी ने उन्हें कागजात के साथ बुलाया था।