L19 DESK : रांची के बरियातू इलाके में सेना के कब्जे वाली जमीन और चेशायर होम रोड की भूमि खरीद बिक्री की जांच ED कर रही है, लेकिन जमीन के खेल में हो रहे बड़े गोरखधंधे से धीरे-धीरे पर्दा हट रहा है। वहीं, अब एजेंसी की नामकुम, बरियातू, कांके, ओरमांझी, रातू और नगड़ी इलाके में चर्चित भूमि की खरीद-बिक्री पर भी पैनी नजर है। रांची और इसके आसपास के इलाकों में पिछले कुछ वर्षों में हुई जमीन की बड़ी डीलिंग पर ईडी की नजर है।
जानकारी के मुताबिक, पिछले कुछ वर्षों में रांची में ज़मीन का कारोबार काफी फला-फूला है. जमीन के कारोबार से जुड़े व्यवसाई बताते हैं कि कुछ वर्षों में रांची में पैसे और बाहुबल के दम पर भी जमीन की खरीद-बिक्री की गई है। ऐसी जानकारी भी सामने आयी है कि बिजनेसमैन, पॉलिटिशियन और ब्यूरोक्रेट्स ने भी अपनी वैध और अवैध कमाई जमीन के धंधे में इन्वेस्ट की है। शायद यही वजह से ही झारखंड में पिछले लगभग एक वर्ष से भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही ईडी अब जमीन की डीलिंग और उसमें पैसों के लेनदेन पर भी कर अपनी नजर रख रही है।
रांची के हेहल अंचल, बड़गाईं अंचल,नामकुम अंचल, रातू अंचल, नगड़ी अंचल, ओरमांझी अंचल और कांके अंचल में वर्ष 2021 और 2022 में कई चर्चित भूखंडों पर कब्जा और रजिस्ट्री हुई है। इन भूखंडों की डील को लेकर प्रशासनिक पदाधिकारियों पर भी सवाल उठाये गये थे। कुछ मामलों में रैयतों ने पुलिस केस किया है और कुछ मामलों में अदालत का दरवाजा खटखटाया गया है।