L19 DESK : राज्य बाल संरक्षण संस्थान की निदेशक सह सदस्य सचिव राजेश्वरी बी की अध्यक्षता में बैठक हुई। झारखंड में जल्द ही बाल कल्याण एवं सरंक्षण समिति का गठन किया जायेगा। पक इसका प्रारूप तैयार किया जा रहा है। इस बैठक में मुख्य रूप से पंचायती राज विभाग और नगर विकास विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। इस बैठक में जिला, प्रखंड, नगर विकास, निगम एवं वार्ड स्तर पर बाल कल्याण एवं सरंक्षण समिति के गठन पर चर्चा की गई। मिशन वात्सल्य के तहत देश में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ये समितियां गठित की जायेंगी जो मुख्य रूप से पंचायती राज विभाग व नगर विकास विभाग के अंतर्गत कार्य करेंगी।
पंचायती राज विभाग अंतर्गत जिला स्तरीय समिति में महिलाओं और बच्चों की सामाजिक न्पाय, कल्याण के लिए जिला परिषद में उप समिति होगी। इसके अलावा प्रखंड व पंचायत समिति बनायी जायेगी। शहरी क्षेत्र में निकायों में निगम व निकायों व वार्ड स्तर पर समिति बनेगी। अधिकारियों ने बताया कि पंचायती राज विभाग को समिति गठित करने के लिए पत्र भी लिख दिया गया है, जबकि नगर विकास विभाग को जल्द निर्देश दिए जायेंगे।
बाल कल्याण एवं सरंक्षण समिति का मुख्य कार्य बच्चों के अनुकूल माहौल और सुरक्षित सार्वजनिक स्थान सुनिश्चित करना।सभी ग्राम पंचायतों को महिलाओं और बच्चों से संबंधित गतिविधियों के लिए ग्राम पंचायत विकास योजना में शामिल करने की सलाह देना। शहरी वार्ड क्षेत्रों में महिलाओं और बच्चों के लिए नगरपालिका बजट का प्रावधान सुनिश्चित करना। क्षेत्र में बच्चों के लिए योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन का निरीक्षण और मूल्यांकन करना।
कठिन परिस्थितियों में रहने वाले विशेष आवश्यकता वाले सभी बच्चों, अनाथों, सड़क पर रहने वाले बच्चों का सर्वेक्षण करना ओर उचित कार्रवाई करना ताकि कोई भी बच्चा छूट न जाये। लापता, स्कूल छोड़ने वाले, तस्करी के शिकार, प्रवासी बच्चों, भिखारियों, अनाथ बच्चों की स्थिति पर चर्चा करना और उनकी भलाई के लिए उचित कार्रवाई करना। बाल अधिकारियों को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाना। संवेदनशील हॉटस्पॉट और इसे संबंधित करने के लिए तैयार की गयी रणनीति के बारे में डीसीपीयू के माध्यम से जिला मजिस्ट्रेट को रिपोर्ट करेंगे और बाल पंचायतों का आयोजन करना।